लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आमजन, विशेषकर समाज के अंतिम पायदान पर स्थित लोगों तक बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएँ पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू किया गया मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला अपने 227वें चरण में शुक्रवार, 16 नवंबर 2025 को पूरे प्रदेश में आयोजित किया गया। 2 फरवरी 2020 से निरंतर आयोजित हो रहे इन मेलों ने स्वास्थ्य जांच, उपचार, गोल्डेन कार्ड वितरण और जन-जागरूकता अभियानों के कारण आम जनता में व्यापक विश्वास और लोकप्रियता हासिल की है।
स्वास्थ्य मेलों में आने वाले सभी नागरिकों को निःशुल्क चिकित्सा जांच, परामर्श और उपचार उपलब्ध कराए गए। साथ ही लोगों को व्यक्तिगत व पर्यावरणीय स्वच्छता के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया। जलजनित रोगों से बचाव, मौसमी बीमारियों की रोकथाम और मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से सुरक्षा हेतु जागरूकता बढ़ाई गई। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोगों को मच्छरदानी के उपयोग, पानी जमा न होने देने और स्वच्छता अपनाने की सलाह दी गई।
मेले में शुद्ध पेयजल, बैठने की पर्याप्त व्यवस्था और तंबाकू के दुष्प्रभावों पर भी जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए। गैर-संचारी रोगों से बचाव, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित प्रश्नों के समाधान के लिए विशेषज्ञों ने लोगों से सीधे संवाद किया। गंभीर रोगियों को निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा की मदद से उच्च स्तरीय चिकित्सा केंद्रों पर तत्काल रेफर किया गया। वहीं बड़ी संख्या में गोल्डेन कार्ड बनाकर लोगों को सौंपे गए।
कल आयोजित 227वें आरोग्य स्वास्थ्य मेले में कुल 1,90,142 रोगियों ने लाभ प्राप्त किया, जिनमें 79,532 पुरुष, 80,205 महिलाएँ और 30,405 बच्चे शामिल रहे। 1,365 गंभीर मरीजों को उच्च चिकित्सालयों में उपचार हेतु भेजा गया, जबकि 3,453 गोल्डेन कार्ड वितरण किए गए। मेले में 5,159 चिकित्सकों, 15,414 पैरामेडिकल स्टाफ और 2,509 ICDS कर्मियों ने अपनी सेवाएँ दीं।
फीवर केसों की संख्या 14,698 रही। मेले में 1,903 डेंगू टेस्ट किए गए, जिनमें एक भी मरीज पॉज़िटिव नहीं पाया गया। इसी प्रकार 216 कोविड एंटीजन टेस्ट भी किए गए और इनमें भी कोई पॉज़िटिव केस नहीं मिला।
अब तक आयोजित सभी मेलों में 1,41,443,044 लोग लाभान्वित हो चुके हैं, 3,64,847 गंभीर रोगियों को उच्च केंद्रों पर रेफर किया गया है और 19,66,595 गोल्डेन कार्ड बनाए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने की दिशा में एक प्रभावी और सफल पहल साबित हो रही है, जिसमें प्रत्येक चरण के साथ जनता की भागीदारी और लाभ में लगातार वृद्धि हो रही है।
