
रिपोर्ट: सौरभ पाठक।
सिमरधरी: नगर के गांव सिमरधरी में स्थित सरस्वती शिशु मन्दिर में छोटे -छोटे बच्चों ने बड़ी धूमधाम के साथ स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम मनाया गया। इस अवसर पर विद्याथियों ने गीत, कविता, भजन, देशभक्ति गीतों पर नृत्य एवं गायन, भारत माता की झाँकी, आजादी से जुडे़ प्रसंगों पर नाटय मंचन किया। छात्र बलदेव ने पानी, हडडियों, डीजे, स्प्रे, डॉल एक्टीवेज की लाजवाब एक्टिग और आवाज निकाली, जिसको दशर्को ने खूब सराहा।
प्रधानाचार्य रामप्रकाश ने बच्चों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि स्वतंत्रा दिवस देश के वीरों को याद करने का दिन है, जब हम भारतीय गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए तब पूरे देश के नर नारी एक होकर अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देश को आजाद कराया था हमें अपनी आजादी को संभाल कर रखने की जरुरत है।
शिक्षिका मौनिका ने बच्चों को स्वतंत्रता दिवस के इतिहास की गाथाओं को बताते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में मातृशक्ति वीरांगनाओं की बड़ी भूमिका रही है। वही संस्था के प्रबंधक ने बच्चों को आजादी काल के हालातों से अवगत कराया और बताया कि परतंत्र भारत में हम भारतीयों के साथ अंग्रेज बड़ा अन्याय और अत्याचार करते थे, हमे अपनी जमीन पर अन्न बोने की अधिकार नहीं था, शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार नहीं , व्यापार करने का अधिकार नहीं था, हमारी सारी आजादी पर पाबंदी थी, घोर अन्याय और अत्याचार से देश की आत्मा सिहर उठी, जुर्म सहना असहनीय हो गया, तब पूरे देश ने एक आवाज में आजादी चाही, रक्त बहाया, और प्राणों का बलिदान दिया तब जाकर हमें आजादी मिली, इसकी हमें सदैव रक्षा करनी चाहिए।
इस अवसर पर शिक्षका राधा, मौनिका, कौशिकी, स्मृति, रेखा, नीतू सहित सैकडों विद्यार्ज्ञीयों, अभिभावकों, ग्रावमवासियों ने स्वतंत्रता दिवस के कार्यकमों का खूब आनन्द लिया।