
•आम के बौर को बचाए रखने के लिए छिड़काव का सुझाव
•नीलम,अंबिका, दशहरी, मल्लिका, आम्रपाली में आए अच्छे बौर
बस्ती। आम के पेड़ों पर बौर लगने से किसानों में खुशी है। इस बार अच्छी पैदावार की उम्मीद है। पिछले वर्ष आम की फसल खराब थी। इस बार नीलम,अंबिका, दशहरी, मल्लिका, लंगडा, आम्रपाली के साथ ही देशी आम के पेड़ों पर भी अच्छे बौर आए हैं। उद्यान विभाग ने एडवाइजरी जारी कर किसानों को भुनगा कीट, झुलसा व अन्य लगने वाली रोग से सावधान किया है।
विभाग की ओर से भी कंपनीबाग स्थित उद्यान विभाग के आम के बाग में इंडो-इजराइल की संयुक्त प्रोग्राम के तहत रिसर्च किए विभिन्न किस्म के लगाए गए आम पेड़ों पर भी बौर आ चुके हैं। आम के बौर को बचाए रखने के लिए विभाग के कृषि वैज्ञानिक के देखरेख में दवा का छिड़काव करके जरूरी उपाय अभी से किए जा रहे हैं। इस बार आम के पेड़ों पर काफी अच्छे बौर आए हैं। इनको रोगों से बचाने की चुनौती है। दवा का छिड़काव किया जा रहा है। रोगों से बचने के बाद आम की फसल को मौसम की मार से बचाना बचाना होगा। आंधी, तूफान आने से कई बार फसलें बर्बाद हो जाती हैं। इस साल मौसम ने साथ दिया और फल बच गए तो आम की अच्छी पैदावार होगी।
‘जिले में लगभग 500 हेक्टेयर में आम की बागवानी की जाती है। इस बार आम की फसल में अच्छे बौर आए हैं। किसान इनकी नियमित देखभाल करें। बौर को रोग से बचाने के लिए दवा का छिड़काव करें। उद्यान विभाग की ओर से आम की छह हेक्टेयर फसल के लिए किसानों को अनुदानित किए जाने की योजना है। इसमें एक हेक्टेयर क्षेत्रफल अनसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया।
: भानुप्रताप तिवारी, योजना प्रभारी उद्यान विभाग बस्ती