
रिपोर्ट: अभिनव अग्रवाल।
नजीबाबाद। माहे-रमजान मुस्लिम समुदाय का पवित्र त्यौहार व बड़ा ही मुबारक और बरकत वाला महीना माना जाता है। कहा जाता है कि इस महीने में अल्लाह की रहमत बरसती है। अल्लाह ताला जहांनुम (नरक) के दरवाजे बंद कर जन्नत (स्वर्ग) के दरवाजे खोल देता है। 8 वर्षीय आलिया नन्ही बच्ची ने रमजान मुबारक में पहला रोजा रखा। आलिया ने सुबह सवेरे शहरी कर शाम को रोजा इफ्तार किया। रोजे के साथ-साथ नन्हे आलिया ने पांचो वक्त की नमाज पढ़कर, पूरे विश्व के लिए चैन सुकून की दुआ भी की। बच्ची ने बताया हर मुसलमान पर रोजा फर्ज है।