
नई दिल्ली। सिकंदराबाद से मेडचल जा रही एक महिला द्वारा कथित यौन उत्पीड़न से बचने के लिए मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम ट्रेन (एमएमटीएस) से कूदने की घटना के बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस महिला यात्रियों के लिए स्टेशनों और ट्रेनों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रही है. जिसके तहत वे एमएमटीएस ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए एक सुरक्षा ऐप विकसित करने की भी योजना बना रहे हैं।
आरपीएफ के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि आरपीएफ और जीआरपी दोनों जोन के सुरक्षा कर्मी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं और ट्रेनों में बेहतर सुरक्षा देने का भी प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि दोनों जोन में कर्मचारियों की कमी है, जिससे आरपीएफ प्रत्येक एमएमटीएस ट्रेन के कोच में सुरक्षा कर्मियों को तैनात नहीं करता है.
अधिकारी ने बताया कि हम इस क्षेत्र में कर्मचारियों की कमी के बारे में अक्सर रेलवे बोर्ड को लिखकर सूचित करते हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है. ऐसे में आरपीएफ एमएमटीएस ट्रेनों के कोचों में सीसीटीवी लगाने और चेतावनी संकेत लगाने की योजना बना रहा है. उन्होंने बताया कि इससे ट्रेनों में होने वाली घटनाओं पर अंकुश लगेगा. साथ ही महिलाओं के लिए एक सुरक्षा ऐप विकसित किया जा रहा है, जो यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा.