
बस्ती। नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग योजना के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र, बंजरिया में 20 से 24 मई 2025 तक कृषि सखियों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्राकृतिक खेती के तहत आगामी दो वर्षों की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की गई।
उप कृषि निदेशक अशोक कुमार गौतम ने जानकारी दी कि जनपद के बहादुरपुर, कुदरहा और दुबौलिया ब्लॉकों में चयनित 17 क्लस्टरों में प्रत्येक क्लस्टर के लिए 2 कृषि सखियों का चयन किया गया है। इस प्रकार कुल 34 कृषि सखियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। साथ ही उन्हें विभागीय योजनाओं से भी अवगत कराया गया।
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. प्रदीप कुमार मिश्र ने मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन में प्राकृतिक खेती के योगदान को रेखांकित करते हुए हरी खाद के प्रयोग पर बल दिया। वैज्ञानिक डॉ. विनोद बहादुर सिंह ने किसानों को विषमुक्त खाद्यान्न उत्पादन हेतु प्राकृतिक खेती अपनाने की सलाह दी।
फार्मर मास्टर ट्रेनर राममूर्ति मिश्र ने देशी गाय पालन एवं उससे होने वाले लाभों पर प्रकाश डाला। वहीं डॉ. हरिओम मिश्र ने प्रशिक्षण में बीजामृत, जीवामृत, घनजीवामृत, दपर्णीय और आच्छादन जैसे प्राकृतिक खेती के महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में कृपाशंकर मौर्य, दीनानाथ मिश्र (वर्ग-2), अभिषेक पांडेय, महेरी प्रसार मिश्र, सुमित श्रीवास्तव (बीटीएम), तकनीकी सहायक हरिओम पटेल एवं संजय कुमार (एटीएम) सहित कई अन्य अधिकारी एवं प्रशिक्षक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कृपा शंकर मौर्य, दीनानाथ मिश्र वर्ग-2, अभिषेक पाण्डेय, महेरी प्रसार मिश्र, सुमित श्रीवास्तव बी0टी0एम0, तकनीकी सहायक हरिओम पटेल एवं संजय कुमार ए0टी0एम0 इत्यादि उपस्थित रहें।