
पटना। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को एक 12 साल पुराने प्रेम-संबंध को सार्वजनिक करने के बाद पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है। लालू यादव ने उन्हें परिवार से भी बाहर कर दिया है। इस पूरे घटनाक्रम के बीच तेज प्रताप की पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय ने सोमवार को मीडिया के सामने आकर अपनी चुप्पी तोड़ी और लालू परिवार पर गंभीर आरोप लगाए।
“मुझे क्यों मारा गया? मेरी ज़िंदगी क्यों बर्बाद की?” – ऐश्वर्या राय
ऐश्वर्या ने मीडिया से बातचीत में कहा, “सब कुछ सबके सामने जाहिर है। मैं ये पूछना चाहती हूं कि जब इन लोगों को पता था कि ऐसी बात है तो मेरी शादी क्यों कराई गई? मेरी ज़िंदगी क्यों बर्बाद की?” उन्होंने तेज प्रताप यादव पर मारपीट का भी आरोप दोहराते हुए कहा, “उनसे पूछिए कि मुझे मारा क्यों?” उन्होंने आरोप लगाया कि लालू परिवार का पूरा मामला सिर्फ एक नाटक है और सभी लोग आपस में मिले हुए हैं।
“लड़की की इज्ज़त उछालना आसान होता है”
ऐश्वर्या ने कहा, “ये लोग सारी चीजें मेरे ऊपर डाल देते हैं। एक लड़की की इज्ज़त उछालना बहुत आसान है।” उन्होंने तेज प्रताप के निष्कासन को ड्रामा करार दिया और कहा कि यह सब जनता की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश है। उन्होंने सवाल किया, “अब इनका सामाजिक न्याय कहां गया?”
राबड़ी देवी पर भी साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर भी निशाना साधते हुए ऐश्वर्या ने कहा, “राबड़ी देवी तेज प्रताप के आंसू पोंछते हुए कहती होंगी कि अभी शांत रहो, मैं सब ठीक कर दूंगी।” ऐश्वर्या ने लालू परिवार पर दिखावे और झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाया।
तेज प्रताप ने सार्वजनिक किया 12 साल पुराना प्रेम संबंध
शनिवार को तेज प्रताप यादव ने अपने फेसबुक पोस्ट में एक युवती अनुष्का यादव के साथ फोटो साझा करते हुए लिखा था कि वे पिछले 12 वर्षों से एक-दूसरे को जानते और प्रेम करते हैं। इस पोस्ट के बाद से विवाद और राजनीतिक हलचल तेज हो गई।

लालू यादव ने लिया कड़ा फैसला
तेज प्रताप की घोषणा के बाद लालू प्रसाद यादव ने एक बयान में कहा, “निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र के व्यवहार, लोक आचरण और गैर-जिम्मेदाराना रवैये के कारण उसे पार्टी और परिवार से दूर किया जाता है।” इसके साथ ही उन्हें राजद से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया। इस पूरे मामले ने न केवल लालू परिवार की राजनीतिक स्थिति को झटका दिया है, बल्कि पारिवारिक संबंधों में भी दरार उजागर कर दी है।