
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने औद्योगिक निवेश और सतत विकास की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड के साथ लखीमपुर खीरी स्थित कुंभी चीनी मिल परिसर में 250 टन प्रतिदिन (TPD) क्षमता वाले पॉलीलैक्टिक एसिड (PLA) प्लांट की स्थापना के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस परियोजना में ₹2,850 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है और इससे प्रत्यक्ष रूप से 225 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
इस समझौते पर हस्ताक्षर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और बलरामपुर चीनी मिल्स के चेयरमैन विवेक सरावगी की उपस्थिति में इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विजय किरण आनंद और बलरामपुर चीनी मिल्स की कार्यकारी निदेशक अवंतिका सरावगी के बीच संपन्न हुए। यह प्लांट मई 2025 से उत्पादन शुरू करने की योजना के साथ तैयार किया जा रहा है।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश सतत औद्योगिक विकास की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बलरामपुर चीनी मिल्स द्वारा बायोप्लास्टिक क्षेत्र में किया जा रहा यह निवेश न केवल हरित प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देगा, बल्कि प्रदेश को भारत के प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में भी सशक्त करेगा।
इन्वेस्ट यूपी के सीईओ विजय किरण आनंद ने कहा कि यह परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस विजन का हिस्सा है, जिसके तहत उत्तर प्रदेश को देश की एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा गया है। बायोप्लास्टिक उत्पादन जैसी पर्यावरणीय दृष्टि से महत्वपूर्ण परियोजनाएं इस दिशा में निर्णायक सिद्ध होंगी।
बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक विवेक सरावगी ने इस परियोजना के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि उनका उद्देश्य बायोप्लास्टिक के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना और पर्यावरण के अनुकूल भविष्य के निर्माण में योगदान देना है।यह पीएलए प्लांट उत्तर प्रदेश में हरित प्रौद्योगिकी और इको-फ्रेंडली उद्योगों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। राज्य सरकार और बलरामपुर चीनी मिल्स के साझा प्रयास से यह पहल उत्तर भारत के औद्योगिक नक्शे पर नई पहचान बना सकती है।
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