
बस्ती। समाजवादी पार्टी कार्यालय पर शनिवार को महान शासिका, दार्शनिक और धर्मनिष्ठ योद्धा महारानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर सपा जिलाध्यक्ष एवं विधायक महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर न केवल मालवा साम्राज्य की दूरदर्शी शासिका थीं, बल्कि उन्होंने 18वीं शताब्दी में धार्मिक, सांस्कृतिक और औद्योगिक उन्नति में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।



उन्होंने कहा कि महारानी अहिल्याबाई होल्कर अपनी बुद्धिमत्ता, साहस और प्रशासनिक दक्षता के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने काशी विश्वनाथ, सोमनाथ जैसे अनेक मंदिरों के पुनर्निर्माण सहित जनहित के कई स्थायी कार्य किए, जो आज भी समाज को प्रेरित करते हैं।
इस अवसर पर पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय, पूर्व जिलाध्यक्ष राजाराम यादव, दयाशंकर मिश्र, संजय गौतम, आर.डी. निषाद, मो. स्वालेह, जावेद पिण्डारी, समीर चौधरी, मो. सलीम, राम सिंह, अरविन्द सोनकर सहित अन्य वक्ताओं ने महारानी के व्यक्तित्व और उनके कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर न केवल एक कुशल प्रशासिका थीं, बल्कि एक निर्भीक योद्धा भी थीं, जिन्होंने अपनी प्रजा को संतानवत स्नेह और सुरक्षा प्रदान की। ब्रिटिश इतिहासकार जॉन कीस द्वारा उन्हें ‘द फिलॉसोफर क्वीन’ की उपाधि दिया जाना उनके दार्शनिक दृष्टिकोण और गहरी राजनीतिक समझ का प्रमाण है।
जानकारी के अनुसार, उनका जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के चौंडी गांव (वर्तमान अहमदनगर) में हुआ था। उन्होंने इंदौर को एक समृद्ध शहर में बदलने का कार्य किया—सड़कों का निर्माण, अन्नक्षेत्रों की स्थापना, शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और मंदिरों का पुनर्निर्माण उनके शासन की उपलब्धियों में शामिल है।
इस अवसर पर सपा नेता विपिन त्रिपाठी, सुशील यादव, अजय यादव, कक्कू बाबा, रजनीश यादव, मो. युनूस आलम, नितराम चौधरी, जोखूलाल यादव, रिन्टू यादव, प्रशान्त यादव, शैलेन्द्र दूबे, दिनेश तिवारी, विश्म्भर चौधरी, अशोक सिंह, मन्नू सिंह, राजू प्रसाद सोनी, मो. अफसर, विशाल शर्मा, राजदेव समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे और महारानी को श्रद्धांजलि अर्पित की।