लखनऊ। आरडीएसओ में 17 सितंबर से मनाए जा रहे हिंदी पखवाड़े का समापन मंगलवार को हुआ। संगठन के नए ऑडिटोरियम में आयोजित समापन एवं पुरस्कार-वितरण समारोह में महानिदेशक, उदय बोरवणकर द्वारा राजभाषा विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता एवं राजभाषा में प्रशंसनीय कार्य करने वाले 86 कार्मिकों को पुरस्कार वितरित किए गए।
‘सामूहिक पुरस्कार योजना’ के अंतर्गत वर्ष के दौरान सर्वाधिक कार्य राजभाषा में करने हेतु संगठन के अनुसंधान निदेशालय ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया, जिसके लिए रु.12,000/- तथा राजभाषा-शील्ड प्रदान की गयी। वित्त एवं लेखा निदेशालय को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ, जिसमें रु.8,000/- तथा राजभाषा-ट्रॉफी प्रदान की गयी। संगठन के विद्युत निदेशालय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया, जिसे रु. 6,000/- का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।
हिंदी पखवाड़े के दौरान राजभाषा प्रदर्शनी में संगठन के निदेशालयों ने अपने अपने स्टॉल लगाये, जिनमें राजभाषा में किए गए कार्यों को प्रदर्शित किया गया। इस प्रदर्शनी के मूल्यांकन के आधार पर परीक्षण निदेशालय ने प्रथम, भू-तकनीकी इंजिनीयरी निदेशालय ने द्वितीय तथा वित्त एवं लेखा निदेशालय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इन तीनों निदेशालयों को क्रमश: रु.9,000/- , रु.6,000/- तथा रु.4,000/- का नकद पुरस्कार तथा शील्ड प्रदान की गई।
पुरस्कार-वितरण समारोह में कु. प्रियंका द्वारा सांस्कृतिक-नृत्य तथा लोक-नाट्य दल, पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा श्री रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जी द्वारा रचित खंडकाव्य ‘रश्मिरथी’का नाट्य-मंचन किया गया। अपने नाट्य-कौशल द्वारा युद्ध-भूमि में नैतिकता एवं अनैतिकता के मध्य संघर्ष को जीवंत कर दिए जाने पर महानिदेशक महोदय ने प्रशंसा की तथा कार्यालय के कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए नाट्य-मंडली के सभी सदस्यों को बधाई दी।
इस अवसर पर उपस्थित कार्मिकों को संबोधित करते हुए महानिदेशक महोदय ने संगठन के सभी कार्मिकों से राजभाषा नियमों के अंतर्गत अधिकाधिक कार्य हिंदी में करने का आह्वान किया।
पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य राजभाषा अधिकारी डॉ० वीणा कुमारी वर्मा ने राजभाषा विभाग के हिंदी स्लोगन प्रतियोगिता, हिंदी निबंध प्रतियोगिता, तकनीकी-संगोष्ठी, साहित्यिक-संगोष्ठी, शब्दार्थ-प्रतियोगिता एवं राजभाषा-प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता जैसे अभिनव प्रयासों को रेखांकित करते हुए सभी को राजभाषा प्रयोग हेतु प्रोत्साहित किया।
श्रीमती स्वर्णा अस्थाना द्वारा मंच का कुशल संचालन किया गया तथा राजभाषा अधिकारी श्री अखिलेश श्रीवास्तव द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।