
•1090 सेवा को फिर से मजबूत करेगी समाजवादी पार्टी, महिलाओं को हर माह ₹3000 की पेंशन देने की घोषणा।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश में महिलाएं सबसे अधिक असुरक्षित हैं और कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार महिला सुरक्षा के सवाल पर विफल साबित हुई है और कानून व्यवस्था पर उसका तथाकथित “जीरो टॉलरेंस” अब खुद शून्य में बदल चुका है।
लखनऊ में समाजवादी महिला सभा की राष्ट्रीय व प्रदेशीय पदाधिकारियों की बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा शासन में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और अपराध में बेतहाशा वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर नगर की वह तस्वीर, जिसमें एक बच्ची किताब लेकर अपनी जान बचाती भाग रही थी, आज भी लोगों के दिलों को झकझोर देती है। उन्होंने कानपुर में मां-बेटी को ज़िंदा जलाए जाने की घटना को भाजपा शासन की क्रूर असफलता का प्रतीक बताया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने समाजवादी सरकार में शुरू की गई महिलाओं की कल्याणकारी योजनाओं को या तो बंद कर दिया या नाम बदल कर उनकी पहचान मिटा दी। उन्होंने ऐलान किया कि 2027 में सरकार बनने पर समाजवादी पार्टी महिला सुरक्षा के लिए 1090 सेवा को और मजबूत करेगी और ‘स्त्री समृद्धि सम्मान योजना’ के तहत प्रदेश की महिलाओं को ₹3000 प्रतिमाह की पेंशन दी जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और पुलिस को विपक्षी नेताओं के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। कुंदरकी उपचुनाव का हवाला देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि वहां महिलाओं को पुलिस ने डराया, रिवॉल्वर दिखाई गई और मतदान से रोका गया, फिर भी महिलाएं नहीं डरीं और डटकर वोट डाला। उन्होंने कहा कि इन बहादुर महिलाओं को समाजवादी पार्टी सम्मानित करेगी।
अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर भी भाजपा के दबाव में काम करने का आरोप लगाया और ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे देश में भी बैलेट से वोटिंग होती है, तो भारत में क्यों नहीं हो सकती?महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भी उन्होंने भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि मुनाफाखोरी को बढ़ावा देने के लिए खाद की बोरियों में चोरी की जा रही है, बोरी वही है लेकिन खाद कम कर दी गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों और गरीबों की जमीनें हड़प रही है, अयोध्या और वाराणसी में किसानों, व्यापारियों और मंदिरों के साथ अन्याय किया गया है।प्राथमिक विद्यालयों के मर्जर पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि इससे गांव की बेटियों की पढ़ाई पर सीधा असर पड़ेगा क्योंकि स्कूल की दूरी बढ़ जाएगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) विरोधी है और सरकारी शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली क्षेत्र को नष्ट कर निजीकरण की दिशा में बढ़ रही है।एक सवाल के जवाब में विदेश नीति पर सरकार को घेरते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि ईरान-इजराइल युद्ध में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिए सरकार को स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए और विशेष विमान भेजकर उन्हें वापस लाना चाहिए।
उन्होंने अंत में कहा कि उत्तर प्रदेश को एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो विकास के रास्ते पर ले जा सके, न कि विरासत को तोड़े, संपत्तियां बेचे और जनता को धोखे में रखे। समाजवादी पार्टी ही वह विकल्प है जो प्रदेश को विकास, न्याय और सुरक्षा की दिशा में आगे ले जा सकती है।
———————————–