
बस्ती। मुण्डेरवा थाना क्षेत्र के पकरी चन्दा निवासी राम सुमेर ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर न्याय की गुहार लगाया है। भेजे पत्र में राम सुमेर ने कहा है कि उसके घर के पास अंगद पुत्र रामकेश का घर है। रास्ते को लेकर कुछ विवाद हुआ था जिस पर गत 14 जुलाई 2024 को समझौता हो गया। उसके घर के सामने अंगद का पानी आ रहा था जिसे रोकने के लिये कई बार कहा गया लेकिन जब अंगद और उनके परिवार के सदस्य चुप रहे तो राम सुमेर ने गंदा पानी रोकने के लिये दीवाल उठवा दिया। इस पर अंगद ने कुछ लोगों को बुलाकर भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए मारा पीटा, और 2 रद्दे की दीवाल को ध्वस्त करा दिया।
पत्र में राम सुमेर ने कहा है कि उसने घटना की सूचना मुण्डेरवा पुलिस को दिया इस पर पुलिस ने न्याय दिलाने की जगह उसका 151 में चालान कर दिया। जब वह जमानत कराने गया था उसी दिन जवाहिर, रामकेश पुत्रगण दयाराम, सिकन्दर, लखन्दर पुत्रगण रामकेश, कुशलावती पत्नी जवाहिर, बबिता, संगीता, लाजो पुत्री जवाहिर, सोनम पत्नी अंगद, कान्ती पत्नी सिकन्दर, जयराम पुत्र रामजतन व 8 अज्ञात लोग उसके घर में घुस गये और भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी देते हुये मारा पीटा। इस दौरान उसकी नतिनी अंतिमा के हाथ के पंजे की हड्डी टूट गई।
गत 22 अक्टूबर को मुण्डेरवा के नायब दारोगा उसकी गैरमौजूदगी में घर पर आये और 9 सदस्यों का झगड़ा दिखाकर नाम लिखकर चले गये। एसपी को दिये पत्र में राम सुमेर ने कहा है कि अंगद मण्डलायुक्त के यहां प्राइवेट काम करते हैं और जवाहिर पीआरडी में काम करते हैं। वे धमकी देते हैं कि उनकी पहुंच ऊंची है और उनका कोई कुछ बिगाड़ नहीं पायेगा। रामसुमेर ने मांग किया है कि प्रकरण में दोषियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई करने के साथ ही उसके परिवार को न्याय दिलाया जाय।