
जयपुर। जयपुर में एक 14 साल के स्कूली छात्र ने दोस्तों की ब्लैकमेलिंग और मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। इस दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। छात्र ने अपने ही घर में पिता के सामने जहर पी लिया और बस इतना कहा—पापा, मैं जा रहा हूं। इसके कुछ दिन बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई। अब परिजनों ने उसके दोस्तों पर ब्लैकमेलिंग और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामला जयपुर के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र का है। गोविंद नगर निवासी मृतक छात्र ऐश्वर्या सिंह नौवीं कक्षा में पढ़ता था। उसके पिता मानवीर सिंह ने बताया कि ऐश्वर्या का हाल ही में कुछ लड़कों से पैसों को लेकर विवाद हुआ था। इस विवाद के बाद एक लड़के ने अपने चाचा की मदद से, जो नाहरगढ़ थाने में पदस्थ है, ऐश्वर्या के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई थी। इसके बाद राजीनामा करने के नाम पर ऐश्वर्या से दो लाख रुपए की मांग की जा रही थी।
घटना 3 जुलाई की है। दोपहर करीब 12 बजे ऐश्वर्या स्कूल से लौटा। बिना स्कूल ड्रेस बदले वह सीधे रसोई में चला गया। वहां उसने अपने पास रखी एक जहर की शीशी कई बार खोलकर सूंघी और पीने की कोशिश की। यह पूरी घटना घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। कुछ देर बाद जब उसके पिता बरामदे में नौकर से सिर की मालिश करवा रहे थे, तब ऐश्वर्या हाथ में वही शीशी लेकर आया और कहा—पापा, मैं जा रहा हूं। इतना कहकर उसने ज़हर पी लिया।
परिजन घबराकर तुरंत ऐश्वर्या को अस्पताल लेकर पहुंचे। उसे जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर होने के कारण उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। लेकिन 6 जुलाई की सुबह करीब चार बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पिता मानवीर सिंह का कहना है कि ऐश्वर्या पिछले एक महीने से गुमसुम और डरा हुआ रहता था।
उन्होंने कई बार बेटे से कारण जानने की कोशिश की, लेकिन वह कुछ भी नहीं बताता था। वह सिर्फ इतना कहता कि सब ठीक है। ऐश्वर्या की मौत के बाद जब उसका मोबाइल खंगाला गया तो इंस्टाग्राम, वॉट्सऐप और फेसबुक के माध्यम से कई चौंकाने वाले संदेश सामने आए। जिन लड़कों से उसका झगड़ा हुआ था, वही उसे धमका रहे थे और नशे के लिए उससे पैसे भी मंगवा रहे थे।
मानवीर सिंह के अनुसार, बेटे के सात दोस्तों की पहचान हुई है। ये सभी नशे की लत में लिप्त हैं और आपराधिक प्रवृत्ति के बताए जा रहे हैं। ये लोग ऐश्वर्या को भी नशे का आदी बनाने की कोशिश कर रहे थे। जब ऐश्वर्या ने पैसे देने से इनकार किया, तो एक दोस्त ने पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई और फिर राजीनामे के लिए दो लाख रुपए की डिमांड की जाने लगी।
मानवीर सिंह ने बताया कि उनके तीन बेटे हैं। सबसे बड़ा बेटा 21 साल का है, सबसे छोटा 5 साल का है। ऐश्वर्या मझला बेटा था और पढ़ाई में होशियार था। वह गणगौरी बाजार के एक निजी स्कूल में पढ़ता था और खाली समय में नाहरगढ़ रोड स्थित एक क्लब में गेम खेलने जाया करता था।
ब्रह्मपुरी थाना पुलिस ने मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी राजेश गौतम के अनुसार, पीड़ित पिता की शिकायत और मोबाइल में मिले सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं—क्या हम अपने बच्चों की तकलीफें समय रहते समझ पा रहे हैं? क्या सोशल मीडिया किशोरों के लिए खतरनाक होता जा रहा है? और सबसे अहम, क्या कानून और समाज ऐसे मासूमों को समय पर सुरक्षा दे पा रहे हैं?
ऐश्वर्या चला गया… लेकिन उसके पीछे कई सवाल छोड़ गया।