
गोरखपुर। रेलवे सुरक्षा बल (RPF), पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा यात्रियों की सुरक्षा, रेल संपत्ति की रक्षा, अवैध गतिविधियों की रोकथाम तथा “बचपन बचाओ अभियान” के अंतर्गत मानव तस्करी के विरुद्ध निरंतर सक्रियता दिखाई जा रही है। इसी क्रम में बीते 18 से 20 जुलाई 2025 तक विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ द्वारा कई सराहनीय कार्य किए गए:
- गोण्डा स्टेशन पर गाड़ी संख्या 13019 में निगरानी के दौरान 12 वर्षीय लड़का लावारिस हालत में मिला, जिसे चाइल्ड लाइन गोण्डा को सौंपा गया।
- गाड़ी संख्या 12562 में 4 वर्षीय बच्ची लावारिस अवस्था में मिली, जिसे चाइल्ड लाइन बलिया को सौंपा गया।
- गाजीपुर सिटी स्टेशन पर प्लेटफार्म संख्या 2 पर एक महिला यात्री को प्रसव पीड़ा होने पर महिला यात्रियों की मदद से सुरक्षित प्रसव कराया गया। नवजात पुत्री को जन्म देने के बाद महिला को महिला अस्पताल गाजीपुर भेजा गया।
- लखनऊ जंक्शन पर 12 वर्षीय लड़का लावारिस हालत में मिला, जिसे चाइल्ड लाइन लखनऊ को सौंपा गया।
- सीतापुर स्टेशन पर आरपीएफ व चाइल्ड लाइन के विशेष अभियान में भीख मांगते 10 बच्चों को बचाया गया और चाइल्ड लाइन सीतापुर को सुपुर्द किया गया।
- गाड़ी संख्या 11061 में दो किशोरियां (16 व 17 वर्ष) तथा दो युवक (23-23 वर्ष) संदिग्ध अवस्था में मिले, जिन्हें जीआरपी छपरा को सौंपा गया।
- गोरखपुर स्टेशन पर 8 वर्षीय बच्ची तथा गाड़ी संख्या 19038 में 30 वर्षीय विक्षिप्त व्यक्ति लावारिस हालत में मिले। बच्ची को चाइल्ड लाइन गोरखपुर तथा व्यक्ति को परिजनों के सुपुर्द किया गया।
अपराधियों पर शिकंजा
- सीवान स्टेशन पर RPF, GRP व टास्क टीम वाराणसी मंडल की संयुक्त कार्रवाई में एक शातिर अपराधी को चोरी किए गए मोबाइल सहित गिरफ्तार किया गया।
- इसी दिन प्लेटफार्म संख्या 1 से महिला यात्री से चोरी हुए पर्स और मोबाइल के साथ एक अन्य शातिर अपराधी भी पकड़ा गया।
- 20 जुलाई को गोरखपुर स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास से चार शातिर चोरों को पकड़ा गया, जिनके पास से 8 एंड्रॉइड मोबाइल बरामद हुए। इनकी अनुमानित कीमत ₹2 लाख आंकी गई।
पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा सुरक्षा, सतर्कता और सामाजिक जिम्मेदारी के क्षेत्र में की जा रही यह कार्यवाहियाँ प्रशंसनीय हैं और यात्रियों के प्रति रेलवे की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।