
चोरी रोकेगा थर्ड आई, रेलवे ने कहा थैंक यूं लेकिन अभी तक नहीं ली तकनीकी।
प्रयागराज। रेलवे के एसी कोच में मिलने वाले कंबल, चादर, तकिया आदि की चोरी की खबरें अक्सर आया करती है। इस चोरी से रेलवे को लगभग 400 करोड़ का नुकसान हुआ करता है। इस चोरी को कोच सहायक की सैलरी से उक्त चोरी की भरपाई रेलवे किया करता है। इसी चोरी को रोकने के लिए खोजकर्ता वैज्ञानिक अजय कुमार शर्मा ने एक ऐसी डिवाइस का निर्माण किया है जिससे न केवल चोरी रुकेगी बल्कि हजारों मेहनतकश वेतन भी कटौती से बच जाएंगे।
वैज्ञानिक अजय कुमार शर्मा ने इंडियन इनोवेशन फाउंडेशन बांदा उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर उक्त डिवाइस तैयार की है। अजय शर्मा ने अपना यह अनूठा प्रयोग रेलवे मंत्रालय सहित अन्य को भेजा जिस पर मेल के माध्यम से रेलवे ने धन्यवाद तो दिया लेकिन अब तक इस तकनीकी का प्रयोग नहीं किया।
ज्ञात हो कि अजय शर्मा को नव वैज्ञानिक के रूप में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है। अजय शर्मा ने रेलवे में चोरी रोकने के लिए अपनी डिवाइस का नाम थर्ड आई दिया है। थर्ड आई एक डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक तकनीकी पर आधारित सुरक्षा प्रणाली है जो एसी कोच में बिछाए जाने वाले प्रतीक बेड रोल पर नजर रखेगी। यह तकनीकी चोरी होने के पूर्व संकेत देगी। यह किसी पर निर्भर नहीं होगी। वैज्ञानिक अजय शर्मा का दावा है कि इस तकनीक की के लागू होने के बाद कोई भी यात्री एक तकिया भी चोरी नहीं कर सकेगा। यह डिवाइस सिलाई के साथ लगाया जाएगा जिसमें कई सेंसर होंगे जिसे कोई चाहकर नहीं गायब कर पाएगा। वैज्ञानिक अजय शर्मा ने बताया कि इस डिवाइस का पेटेंट एप्लीकेशन डाला जा चुका है।