
•कृषि में प्रयोग होने वाली यूरिया से बना रहे थे डीईएफ
•29 जुलाई को छापा मारकर एआर कोआपरेटिव ने पकड़ा था प्लांट।
बस्ती। परशुरामपुर ब्लाक क्षेत्र के नागपुर कुंवर में डीईएफ (डीजल एग्जॉस्ट फ्लूइड) निर्माण इकाई पर एआर कोआपरेटिव ने 29 जुलाई को छापा मारा था। एआर ने इसकी सूचना तत्काल डीएम व डीएओ को भी दिया था। इस मामले में भी जिला कृषि अधिकारी लीपापोती करने पर तुले थे। लेकिन, डीएम की सख्ती के बाद आखिरकार उन्हें संचालक पर केस दर्ज कराना ही पड़ा।
29 जुलाई को एआर कोआपरेटिव को सूचना मिली कि नागपुर कुंवर में गोशाला के पास फसलों में प्रयोग होने वाली यूरिया से गाड़ियों के लिए डीईएफ बनाया जा रहा है। मौके पर पहुंचे एआर को यूरिया की अधजली बोरियां, छोटे-बड़े टैंक, टाटा कंपनी का स्टीकर/लोगो, खाली डिब्बे, कैश मेमों (राहुल ट्रेडर्स के नाम से) आदि वस्तुएं मिलीं। इसकी जानकारी एआर ने डीएम व जिला कृषि अधिकारी (डीएओ) को दी। लेकिन, डीएओ बिना कार्रवाई किए ही स्थल से लौट आए। चूंकि मामला डीएम के संज्ञान में था तो उन्होंने डीएओ से कार्रवाई की जानकारी मांगी। जिस पर वह स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए।
सूत्र बताते हैं कि डीएम ने डीएओ को जमकर फटकार लगाया और सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसके बाद भी डीएओ ने तीन दिनों तक मामले में लीपापोती करने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन, डीएम की सख्ती के आगे उनकी एक न चली। आखिरकार शनिवार को डीईएफ प्लांट संचालक राहुल निवासी चौबेपुर पर केस दर्ज कराना पड़ा।