
मेरठ। भूनी टोल प्लाजा पर टोल कर्मियों के हमले में घायल सैनिक कपिल पंवार ने कहा कि देश की सीमा पर दुश्मन से लड़ते हुए नहीं हिचकते, लेकिन देश के भीतर एक सैनिक से देशवासियों का ऐसा व्यवहार दुखद है। शरीर की चोट तो ठीक हो जाएगी लेकिन मन का घाव कभी नहीं भर पाएगा। घायल कपिल का सैनिक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दूसरी तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने धरम सिंह एंड कंपनी का ठेका रद करते हुए टोल संचालन के लिए 15 कर्मचारियों की टीम भेजी है। बुधवार को टीम ने सेंसर चालू कर टोल वसूला। पुलिस ने आठवें आरोपित रवि को भी गिरफ्तार कर लिया। सात आरोपित पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं।
18 अगस्त की दोपहर ड्यूटी पर करना था रिपोर्ट, लेकिन…
सैनिक अस्पताल में उपचाराधीन गोटका गांव निवासी कपिल पंवार ने बताया कि 18 अगस्त को दोपहर 12 बजे ड्यूटी पर रिपोर्ट करना था। इसलिए वह घर से 17 अगस्त की शाम को निकले थे। रात पौने आठ बजे मेरठ-करनाल हाईवे पर स्थित टोल पर पहुंचे तो उनकी गाड़ी के आगे खड़े वाहन सवारों से टोल कर्मियों की कहासुनी चल रही थी। मेरठ सिटी स्टेशन से ट्रेन पकड़ने में हो रही देरी के कारण ग्रेनेडियर कपिल ने टोल कर्मियों से कारण बताते हुए रास्ता देने का अनुरोध किया। उन्होंने अपना पहचान पत्र भी दिखाया।
टोलकर्मी उनकी बात सुनने की बजाय उनसे भी अभद्रता करते हुए गाली-गलौच करने लगे। विरोध करने पर सभी एक साथ पहले से हो रही कहासुनी को छोड़कर एक साथ उन पर हमलावर हो गए और मारपीट की। आसपास खड़े किसी भी वाहन से कोई मदद के लिए नहीं पहुंचा। कार में भी उनके पिता, ताऊ व चचेरे भाई थे, लेकिन गाड़ी अनलाक नहीं कर सके।
19 जनवरी 2018 को हुई थी नियुक्ति
ग्रेनेडियर रेजिमेंट में कपिल को 19 जनवरी 2018 को नियुक्ति मिली थी। नौ मई 2024 को कश्मीर में तैनात 29वीं राष्ट्रीय राइफल्स में तैनाती मिली। करीब एक महीने की छुट्टी के बाद कपिल बारामूला जिले के पट्टन में तैनात अपनी यूनिट में ड्यूटी ज्वाइन करने पहुंचना था। गोटका गांव में ही पढ़ाई पूरी करने के बाद कपिल सेना में भर्ती हुए थे। कपिल ने बताया कि वह घर से दिल्ली की ट्रेन पकड़ने के लिए निकले थे। दिल्ली से सुबह श्रीनगर की फ्लाइट पकड़नी थी।