
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में निवास करने वाली विमुक्त जातियों के उत्थान के लिए डबल इंजन की सरकार लगातार कदम उठा रही है। उनके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित किया जा रहा है। मुगल काल से उनके संघर्ष और देशभक्ति को सम्मान देने के लिए सरकार 31 अगस्त को विमुक्त जाति दिवस के रूप में मना रही है। यह जानकारी समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे।
समाज कल्याण विभाग 31 अगस्त, 2025 को गोमती नगर स्थित भागीदारी भवन में 74वें विमुक्त जाति दिवस का विशेष आयोजन करेगा।
इस अवसर पर घुमंतु एवं विमुक्त जनजातियों के उन परिवारों को, जो स्थायी जीवन अपनाने के इच्छुक हैं, भूमि आवंटन और पट्टा वितरण प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत उनके लिए आवास निर्माण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशान्त ने बताया कि यह पहल केवल आवास तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि बच्चों की शिक्षा, महिलाओं की सुरक्षा और स्थायी आजीविका के अवसर सुनिश्चित करने में भी मददगार साबित होगी।
कार्यक्रम में विमुक्त जातियों से जुड़ी विकास योजनाओं और महापुरूषों की चित्र प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। इसके अतिरिक्त, समुदाय की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रम भी होंगे, जिससे समाज के समग्र विकास में उनकी भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा।
इस आयोजन के माध्यम से सरकार का प्रयास है कि विमुक्त जातियों को मुख्यधारा की सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था में पूरी तरह शामिल किया जाए और उनके जीवन स्तर में स्थायी सुधार लाया जा सके।