
गोण्डा। वजीरगंज थाना क्षेत्र के गौरिया गांव में शनिवार को धान के खेत में हुई महिला की हत्या से हाहाकार मच गया है। मृतका छोटका देवी (45 वर्ष) की हत्या उसके ही पति ने हंसिए से गला रेतकर कर दी। घटना के बाद मृतका के मायके पक्ष में कोहराम मचा हुआ है।
मृतका की मां भगना देवी और 90 वर्षीय पिता खदेरुकी (निवासी दुर्जनपुर गांव) अपनी बेटी की मौत के बाद बदहवास हैं। बूढ़ी मां दहाड़े मारकर रोते हुए बार-बार अपने दामाद के लिए फांसी की सजा की मांग कर रही है। उनका कहना है “जब हमारी बेटी ही नहीं रही तो दामाद के जिंदा रहने का क्या फायदा? उसे फांसी होनी चाहिए।”
छोटका देवी के पीछे पांच बच्चे रोते-बिलखते रह गए हैं। इनमें दो बेटे और तीन बेटियां शामिल हैं। बड़ा दुख यह है कि छोटे बेटे की शादी नवंबर में तय थी। घर में शहनाई बजने की तैयारी थी, लेकिन अब मातम पसरा है।
बेटे के सामने कठिन सवाल:-
इस घटना ने मृतका के दोनों बेटों को बड़ी दुविधा में डाल दिया है। सवाल यह है कि वे अपनी मां के हत्यारे पिता को सजा दिलाएं या पिता की सजा से बचाने के लिए संघर्ष करें। अब बेटों को तय करना होगा कि वे मां के पक्ष में खड़े होंगे या पिता को बचाने के लिए लड़ेंगे।
समाज के सामने यक्ष प्रश्न: इस दर्दनाक घटना ने दो परिवारों को तोड़कर रख दिया है। अब सवाल यह भी है कि बेटों का रिश्ता अपने मामा से कैसा रहेगा? क्या वे मामा के साथ मिलकर न्याय की लड़ाई लड़ेंगे या मां की मौत के बाद मामा से भी दूरी बना लेंगे? फिलहाल यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है और समाज के सामने एक यक्ष प्रश्न खड़ा कर गई हैl