
लखनऊ। हिल्टन गार्डन इन, गोमती नगर में आयोजित “ड्राइविंग गवर्नेंस विथ डिजिटल टूल्स एंड टेक्नोलॉजीज़” कार्यशाला का कल भव्य शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के वरिष्ठ अधिकारी तथा एनआईसी (छप्ब्) के तकनीकी विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि अनिल कुमार, आईएएस, अध्यक्ष, राजस्व परिषद, उत्तर प्रदेश ने किया। अपने 36 वर्षों के प्रशासनिक अनुभव साझा करते हुए उन्होंने डिजिटल उपकरणों और तकनीकों के महत्व पर बल दिया। श्री कुमार ने अधिकारियों और कर्मचारियों से आह्वान किया कि वे नई तकनीकों को अपनाकर शासन व्यवस्था को अधिक कुशल, पारदर्शी और नागरिक-केंद्रित बनाएं।
विशिष्ट अतिथि अनुराग यादव, आईएएस, प्रमुख सचिव, आई.टी. एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग ने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को राज्य सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि तकनीकी नवाचारों के माध्यम से सेवाओं को तेज और सरल बनाना अनिवार्य है। प्रमुख सचिव योजना एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन आलोक कुमार, आईएएस ने डेटा आधारित प्रशासन और योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग के महत्व पर जोर दिया।
कार्यशाला का स्वागत भाषण एनआईसी उत्तर प्रदेश के उप महानिदेशक एवं राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी अषेष कुमार अग्रवाल ने दिया, जबकि उद्घाटन भाषण एनआईसी मुख्यालय नई दिल्ली के उप महानिदेशक इंदर पाल सिंह सेठी द्वारा प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम का समापन अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए और हाई-टी के साथ हुआ। यह कार्यशाला उत्तर प्रदेश में ई-गवर्नेंस को और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, जो शासन-प्रशासन और एनआईसी के बीच तालमेल को नई ऊर्जा प्रदान करेगी।