
लखनऊ। आम आदमी पार्टी (आप) उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह के नेतृत्व में आगामी 31 अक्टूबर से 15 नवंबर तक उत्तर प्रदेश में विशेष पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा। यह पदयात्रा सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती के दिन सरयू से संगम तक आयोजित होगी। पदयात्रा में सांसद संजय सिंह के साथ प्रदेश के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल होंगे। सांसद संजय सिंह ने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं से इस आंदोलन में बढ़-चढ़ कर भाग लेने का आवाह्न किया है।
पार्टी के प्रदेश कार्यालय में गुरुवार को आयोजित प्रेस वार्ता में संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवा रोजगार की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें केवल पेपर लीक और भर्ती घोटालों का सामना करना पड़ रहा है। चाहे वह लेखपाल, शिक्षक, सिपाही या दरोगा भर्ती हो, भ्रष्टाचार की हदें पार हो चुकी हैं। हाल ही में पीसीएस जे का पेपर भी लीक हो गया, जिससे लाखों युवाओं का भविष्य प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा कि शिक्षामित्र आत्महत्या करने पर मजबूर हैं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी संघर्ष कर रही हैं। रोजगार के मामले में पूरे प्रदेश की स्थिति निराशाजनक है।
संजय सिंह ने सामाजिक न्याय के मुद्दे पर कहा कि उत्तर प्रदेश में जातीय भेदभाव के कारण समाज के शोषित, वंचित और दलित वर्गों के अधिकार लगातार छीने जा रहे हैं। सरकारी विभागों और थानों में भी उनके साथ उत्पीड़न किया जा रहा है। हाल ही में लखीमपुर में कॉपरेटिव बैंक की भर्ती में आरक्षण की अनदेखी कर दलित, पिछड़ा और आदिवासी समाज के हकों को हनन किया गया।
पद यात्रा में पार्टी का नारा होगा “रोजगार दो, सामाजिक न्याय दो।” यह लगभग 200 किलोमीटर लंबी यात्रा अयोध्या, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ और प्रयागराज जनपदों से होकर गुजरेगी। पदयात्रा के दौरान जगह-जगह सभाएं और जन संवाद आयोजित किए जाएंगे, ताकि जनता के मुद्दों को सामने लाया जा सके।इस पदयात्रा के संचालन के लिए सात सदस्यीय समिति बनाई गई है।
समिति में निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह, निवर्तमान प्रदेश महासचिव दिनेश पटेल, बौद्ध प्रांत अध्यक्ष इमरान लतीफ, अयोध्या प्रांत अध्यक्ष विनय पटेल, काशी प्रांत अध्यक्ष पवन तिवारी, तिरंगा शाखा प्रमुख जनक प्रसाद और प्रदेश सचिव श्रद्धा चौरसिया शामिल हैं।प्रेस वार्ता में निवर्तमान प्रदेश महासचिव दिनेश पटेल, मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे, अयोध्या प्रांत अध्यक्ष विनय पटेल और अंकित परिहार भी मौजूद रहे।