
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को समाज के सर्वांगीण विकास का आधार मानते हुए आठवां राष्ट्रीय पोषण माह एवं स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा रहा है। यह अभियान सीधे मिशन शक्ति के उद्देश्यों से जुड़ा हुआ है, जिसका लक्ष्य महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक स्वावलंबन और निर्णय प्रक्रिया में समान भागीदारी सुनिश्चित करना है।बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा गर्भवती और धात्री महिलाओं को पोषण और स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं, जबकि किशोरियों को पोषण, स्वास्थ्य और जीवन कौशल के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। विभाग द्वारा संचालित अनुपूरक पुष्टाहार कार्यक्रम के तहत स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से लाभार्थियों को पुष्टाहार उत्पादन और वितरण से जोड़ा गया, जिससे महिलाएँ आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं और उनके घर की आय तथा समाज में सम्मान में वृद्धि हुई है।
गोरखपुर के विकास भवन सभागार में आयोजित पोषण पंचायत में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती चारु चौधरी ने अध्यक्षता करते हुए विशाल पोषण रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में लगभग 200 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियाँ शामिल हुईं और ढोल-नगाड़ों के साथ निकाली गई रैली ने राष्ट्रीय पोषण माह के संदेशों को आम जनता तक पहुँचाया। कार्यक्रम के दौरान शिशुओं का अन्नप्राशन और महिलाओं की गोद भराई भी कराई गई, ताकि अभियान का संदेश संवेदनशील और व्यापक वर्गों तक पहुंचे।
आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के बीच पोषण रेसिपी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें स्थानीय और पोषक व्यंजन प्रदर्शित किए गए। प्रतियोगिता का उद्देश्य स्थानीय, पोषक और सुलभ खाद्य विकल्पों को बढ़ावा देना था।
इस अवसर पर आंवला और सहजन जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थों के उपयोग और नमक व चीनी के कम प्रयोग पर विशेष ध्यान दिया गया।
इसके अलावा, यूनिसेफ के सहयोग से जिला कार्यक्रम अधिकारियों द्वारा पोषण क्विज प्रतियोगिता कराई गई, जिससे समुदाय की जागरूकता और भागीदारी बढ़ी।श्रीमती चारु चौधरी ने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों और महिला समुदाय को स्वास्थ्य, समाज में उनकी भूमिका और स्वावलंबन के लिए व्यावहारिक सुझाव दिए।
उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति के तहत राज्य सरकार न केवल महिलाओं को सुरक्षा प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सम्मानित बनाने के लिए भी प्रतिबद्ध है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अभियान के संदेश घर-घर तक पहुँचाने में सहयोग करें।इस अवसर पर जनपद गोंडा, कासगंज, रामपुर और मीरजापुर में राज्य महिला आयोग की सदस्याओं ने भी महिला गोष्ठियों और पोषण कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी की।
इन कार्यक्रमों का उद्देश्य मिशन शक्ति के संदेश—स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक स्वावलंबन और सामाजिक सम्मान को हर स्तर पर मजबूत करना है।आईसीडीएस और राज्य स्तरीय साझेदारियों जैसे राज्य महिला आयोग, यूनिसेफ और स्वयं सहायता समूहों के समन्वित प्रयासों से पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक स्वावलंबन को जोड़कर महिलाओं को सुरक्षित, आत्मविश्वासी और सशक्त नागरिक बनाने का मार्ग स्पष्ट हो रहा है। राष्ट्रीय पोषण माह और स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के माध्यम से बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा मिशन शक्ति का संदेश अब घरों से लेकर गाँव-कस्बों तक पहुँचाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आयोजित कार्यक्रमों में राज्य महिला आयोग की सदस्यों ने महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की भूमिका और महिलाओं एवं बच्चों के जीवन स्तर को सुदृढ़ बनाने में उनके योगदान की जानकारी दी। महिला हेल्पलाइन, महिला थाने, आश्रय गृह और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से हर दिन हजारों महिलाओं को सहयोग और सुरक्षा प्रदान की जा रही है। साथ ही, श्रम बल भागीदारी बढ़ाने और बच्चों के पालन-पोषण एवं पुनर्वास हेतु राज्य सरकार ने कई योजनाएँ लागू की हैं, जिससे न केवल महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद मिली है, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक संरचना भी मजबूत हुई है।