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•शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए बेहतर प्रयास करें शिक्षक – संजय शुक्ल
बस्ती। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में शनिवार को समग्र शिक्षा के अंतर्गत कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में सितंबर माह में किए गए कार्यों की समीक्षा हुई और बीईओ, एसआरजी, एआरपी के अक्टूबर माह के लक्ष्य को प्राचार्य ने निर्धारित किया।

बैठक को संबोधित करते हुए डायट प्राचार्य ने कहा कि स्कूलों में विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई शिक्षक संदर्शिका सहित अन्य शैक्षिक सामग्रियों का बेहतर और शत प्रतिशत उपयोग कराकर अक्टूबर माह की बैठक में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। सितंबर माह में जो बच्चे संघर्षशील थे उसमें से कितने मध्यम में गए और जितने मध्यम थे उसमें से कितने सक्षम हुए इसकी जानकारी अक्टूबर माह में आकलन करते हुए अगली बैठक में लिखित रूप से प्रस्तुत करना है तथा इसकी विस्तृत कार्ययोजना सभी एआरपी दस दिनों के भीतर जमा करें।
प्राचार्य ने कहा कि अगली बैठक में सभी एआरपी अपने ब्लॉक की कार्ययोजना पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे जिसमें ब्लॉक के सभी एआरपी अपने विषय से संबंधित एक कक्षा शिक्षण पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे।
उन्होंने कहा कि विद्यालयों के शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए शिक्षकों से रणनीतियों पर चर्चा अवश्य करें। जिससे सभी शिक्षक गुणवत्ता में सुधार के लिए बेहतर प्रयास करें। बैठक के नोडल प्रवक्ता इमरान द्वारा गणित ओलंपियाड, निपुण ब्लॉक आदि विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी साझा की गई। उन्होंने सितम्बर माह में डायट मेंटर, एसआरजी और एआरपी द्वारा किए गए कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
सपोर्टिव सुपरविजन, स्पॉट असेसमेंट, शिक्षकों के साथ संवाद, समय सारिणी तथा पाठ्यक्रम, संदर्शिका, शिक्षक डायरी, प्रिंटरिच सामग्री, मासिक शिक्षक संकुल बैठक, आगामी माह की अकादमिक योजना आदि विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई।
एसआरजी आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि सहयोगात्मक सुपरविजन में संदर्शिका से संबंधित प्रश्नों का क्रमबद्ध अवलोकन करने के उपरांत अंकन करें। एसआरजी अंगद प्रसाद पाण्डेय ने शिक्षक डायरी निपुण तालिका आदि को भरने पर अपनी बात रखी। विभिन्न ब्लॉकों के बीईओ और एआरपी ने सितंबर माह की कार्ययोजना के साथ ही विद्यालयों में पठन-पाठन के बेहतर माहौल बनाने के तरीके साझा किए।
जिला समन्वयक प्रशिक्षण स्वप्निल श्रीवास्तव ने बताया कि विद्यालय पर सक्रिय पुस्तकालय की स्थापना के लिए सुपरविजन में शिक्षकों से बात करें तथा प्रत्येक विद्यालय पर सुपरविजन रजिस्टर अनिवार्य रूप से रखा जाए जिसमें सुपरविजन करते समय फीडबैक अंकित किया जा सके।इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी विजय आनंद, विनोद त्रिपाठी, सीपी गौंड, ममता सिंह, धीरेन्द्र त्रिपाठी, अशोक कुमार सहित पूरे जिले के एआरपी उपस्थित रहे।
