
बस्ती। नगर पंचायत मुण्डेरवा के बरडाड में स्थापित महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा को नायब तहसीलदार और मुण्डेरवा थानाध्यक्ष द्वारा जे.सी.बी. से खुदवाकर थाने पर ले जाने से नागरिकों में आक्रोश है। बुधवार को राम सिधारे राजभर, संजय चौधरी, विजय राजभर, बाबूलाल राजभर आदि ने जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित कर मांग किया कि दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई के साथ ही तत्काल प्रभाव से महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा को उसी स्थान पर स्थापित कराया जाय।
जिलाधिकारी को सम्बोधित पत्र में कहा गया है कि हल्का लेखपाल वीरेन्द्र कुमार पाण्डेय की सहमति से बरडाड में महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा को स्थापित कराया गया। लेखपाल ने 50 हजार रूपये की मांग किया था, उन्हें 15 हजार रूपया देने के बाद और धनराशि बाद में देने को कहा गया था, उनके आश्वासन पर आपसी सहमति से प्रतिमा को स्थापित किया गया किन्तु किसी की शिकायत पर नायब तहसीलदार और मुण्डेरवा थानाध्यक्ष द्वारा 30 सितम्बर को महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा को जे.सी.बी. से खुदवाकर थाने पर लेकर चले गये।
ग्रामीणों ने मांग किया कि यदि जमीन के सीमांकन की बात है तो नायक तहसीलदार को प्रतिमा स्थापित करने के पहले कर देना था। मांग किया कि महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा को उसी स्थान पर स्थापित कराया जाय।
डीएम को सम्बोधित पत्र देने वालों में मुख्य रूप से सुनील, रामलगन, राजन, करन, प्रदीप, दिलीप, आदित्य, रामलौट, सनोज, आदित्य, उदयपाल, बिन्दू देवी, किरन, अरूण, राम सुधारे, राजमन, केवली, सिंगारी देवी, मीरा, अंजली, राजू, उर्मिला, राजकुमारी राजभर आदि शामिल रहे।