
•राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन, हस्तक्षेप की मांग।
बस्ती। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी.आर.गवई पर जूता उछाले जाने की घटना से रोष का माहौल है। भारतीय दलित वर्ग संघ के राष्ट्रीय सचिव साधू शरन आर्य ने बुधवार को जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन देकर इस दुर्भाग्यपूर्ण मामले में त्वरित हस्तक्षेप किये जाने, दोषी की गिरफ्तारी और कड़ी सजा दिलाने की मांग किया है जिससे भविष्य में फिर कोई व्यक्ति मुख्य न्यायाधीश के विरूद्ध कोई हरकत न कर सके।
ज्ञापन देने के बाद साधू शरन आर्य ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश पर हमले की कोशिश देश की न्यायपालिका पर हमला है। बाबा साहब ने कभी कल्पना तक नहीं किया रहा होगा कि देश में एक ऐसा दौर आयेगा जब नफरत फैलाने की नीयत से मुख्य न्यायाधीश तक को निशाना बनाया जायेगा।
कहा कि यह व्यक्तिगत हमला नहीं है, बल्कि एक जहरीली विचारधारा का हिस्सा है जिसे फैलने से पहले रोका जाना चाहिए। ऐसी घटनाएं हमारे संविधान का अपमान करती हैं और हमारे राष्ट्र को शर्मिंदा करती हैं। जो कोई भी संविधान के खिलाफ काम करता है, उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
मांग किया कि दुर्भाग्यपूर्ण मामले में राष्ट्रपति त्वरित हस्तक्षेप करें और दोषी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाय।
राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने के दौरान मुख्य रूप से अर्जक समाज के राष्ट्रीय संयोजक गौरीशंकर, जलालुद्दीन कुरेशी, महबूब आलम, रामशंकर निराला, सोनू राव आदि शामिल रहे।