
ग्रेटर नोएडा में एंटी करप्शन टीम मेरठ ने एक लेखपाल और उसके सहयोगी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लेखपाल को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। यह कार्रवाई सूरजपुर थाना क्षेत्र के एडीएम (ई) आवास के गोलचक्कर के पास की गई।
गिरफ्तारी के दौरान लेखपाल के सहयोगी मोहसिन से भी 5 हजार रुपये बरामद हुए। इसके अलावा, एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल की गाड़ी की तलाशी ली, जिसमें से 4 लाख 71 हजार रुपये और मिले।
यह कार्रवाई दादरी थाना क्षेत्र के धूम मानिकपुर गांव के एक किसान की शिकायत पर की गई। किसान ने बताया कि उनकी जमीन 1982 से किसी गड़बड़ी के कारण किसी और के नक्शे में दर्ज थी। इस समस्या को ठीक कराने के लिए वह लंबे समय से प्रयास कर रहे थे और मुख्यमंत्री से भी शिकायत कर चुके थे।
इस मामले की जांच दादरी तहसील के लेखपाल दर्शन कुमार के पास थी। किसान के अनुसार, दर्शन कुमार ने इस समस्या को सुलझाने के लिए उनसे एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
किसान ने लेखपाल को 50 हजार रुपये दिवाली से पहले और 50 हजार रुपये दिवाली के बाद देने की बात कही, जिस पर लेखपाल सहमत हो गया। इसके बाद किसान ने एंटी करप्शन टीम मेरठ से संपर्क किया और पूरी जानकारी दी।
एंटी करप्शन टीम ने एक जाल बिछाया। शुक्रवार शाम को पीड़ित किसान ने लेखपाल से बात की, जिसने उसे पहले कलेक्ट्रेट और फिर एडीएम आवास वाले गोलचक्कर पर बुलाया। जैसे ही किसान ने लेखपाल को 50 हजार रुपये दिए, टीम ने उसे और उसके सहयोगी मोहसिन को तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
एंटी करप्शन टीम के द्वारा जब लेखपाल की गाड़ी की तलाशी ली गई तो उससे भी 4 लाख 71 हजार रुपये बरामद हुए । इनके रुपये के बारे में लेखपाल कोई जानकारी नहीं दे पाया।
इसके बाद एंटी करप्शन टीम दोनों को पड़कर सूरजपुर थाने ले गई और वहां पर उन दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। सूरजपुर थाने में मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस दोनों को लेकर चली गई।