प्रशिक्षण से बढ़ेगी बालवाटिका शिक्षा की गुणवत्ता- संजय शुक्ल
बस्ती। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में जनपद के को- लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों के बालवाटिका में कार्यरत 152 ईसीसीई एजुकेटर का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम कल शुरू हुआ। डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके प्रशिक्षण का शुभारंभ किया।
डायट प्राचार्य ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य कक्षा एक में पहुंचने से पूर्व बच्चों को तैयार करना है। चूंकि बच्चे अपने परिवार, शिक्षक, समुदाय, आपसी बातचीत, खेल, विभिन्न प्रकार के कलाओं, ध्वनियों, गतिविधियों, परिवेश आदि से सीखते हैं। ईसीसीई प्रशिक्षण बच्चो के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत का महत्वपूर्ण है। इस प्रशिक्षण के विविध आयामों को अपने जीवन में आप सब उतारिए।
प्रशिक्षण के नोडल प्रवक्ता शशि दर्शन त्रिपाठी ने बताया कि ईसीसीई एजुकेटर की नियुक्ति और उनके कार्य तथा दायित्व का निर्धारण राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा बुनियादी स्तर के अनुरूप किया गया है। यह प्रशिक्षण प्राथमिक विद्यालयों में नामांकन गुणवत्ता को बढ़ाने तथा बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान को बढ़ावा देने में सहायक होगा।
प्रशिक्षण के संदर्भदाता डॉ ऋचा शुक्ला, डॉ गोविन्द प्रसाद एवं अंगद प्रसाद पाण्डेय द्वारा क्रमशः कार्यक्रम के रूपरेखा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का परिचय, ईसीसीई एजुकेटर के कार्य दायित्व एवं भूमिका, बालवाटिका के संदर्भ में निपुण भारत की भूमिका आदि विषय के बारे में विस्तार से बताया गया।
इस अवसर पर डायट प्रवक्ता कुलदीप चौधरी, वर्षा पटेल, अमन सेन, सरिता चौधरी, वंदना चौधरी आदि उपस्थित रहे।
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