— के. के. मिश्रा, जर्नलिस्ट
प्रयागराज। जहाँ केंद्र और राज्य सरकार किसान हित में लगातार नई नीतियाँ लागू कर किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं, वहीं प्रयागराज में कृषि विभाग का एक बड़ा मामला शासन की मंशा पर सवाल खड़ा कर रहा है।
राजकीय कृषि बीज भंडार पर तैनात प्रभारी अक्षय कुमार पर गंभीर आरोप लगे हैं कि वह किसानों को गेहूँ का बीज सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य ₹936 प्रति क्विंटल के स्थान पर ₹1200 में बेच रहे हैं। इतना ही नहीं, सरकार द्वारा निःशुल्क वितरित किए जाने वाले चना, मटर और सरसों मिनीकिट के भी किसानों से जबरन पैसे वसूले जाने के आरोप सामने आए हैं।
लगभग ₹10 लाख के गबन का आरोप
रबी सीजन 2025 में प्रभारी पर लगभग ₹10 लाख के गबन का गंभीर आरोप लगाया गया है। किसानों का आरोप है कि यह लूट लंबे समय से चल रही है और उनकी कई शिकायतों के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
राजनीतिक संरक्षण की चर्चा
स्थानीय किसानों का कहना है कि आरोपी अधिकारी को कथित रूप से राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण जिला प्रशासन के अधिकारी भी कार्रवाई करने से बचते दिख रहे हैं। किसानों के अनुसार, शिकायत करने पर अधिकारी टालमटोल करते हैं और कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया जाता।
अब इस मुद्दे के समाचार में आने के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करता है, या फिर सुशासन की छवि धूमिल करते हुए सरकारी योजनाओं पर ऐसे ही पलीता लगता रहेगा।
