•दोनो आरोपित संतकबीरनगर निवासी।
बस्ती। लूट की कथित घटना की झूठी सूचना ने पुलिस विभाग को घंटों तक हलकान रखा। त्वरित कार्रवाई करते हुए रुधौली पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की, लेकिन पूरी घटना मनगढ़ंत निकली। अब पुलिस ने झूठी सूचना देकर सरकारी तंत्र को गुमराह करने वाले आरोपितों पर केस दर्ज कर लिया है।
शनिवार को दिन में पीआरवी यूपी 112 को एक इमरजेंसी काल प्राप्त हुई। कालर विकास कुमार यादव पुत्र धनुषधारी यादव निवासी ग्राम रसूलपुर, थाना दुधारा, संतकबीरनगर ने सूचना दी थी। उनके साथ अमरीश सिंह उर्फ सोनू सिंह पुत्र मनोज सिंह निवासी ग्राम डढ़वा खुर्द निवासी ग्राम बासखोर कला थाना रुधौली शामिल रहे।
कालर ने बताया वह कि नगाड़ा पेट्रोल पंप के पास जेसीबी खड़ा करके केबिन में सोया था। दो अज्ञात व्यक्ति नकाबपोश तरीके आए और 20,000 नकद व एक मोबाइल फोन छीन लिया।
सूचना पर पीआरवी 112 व रुधौली पुलिस टीम ने घटना स्थल पहुंच कर जांच किया गया तो ज्ञात हुआ कि ड्राइवर द्वारा रुपया 8000 रुपये जो जेसीबी चला कर कमाया गया था, कहीं गिर गया। गाड़ी को ले जाते समय गाड़ी भी गड्ढे में गिर कर केबिन का शीशा क्षतिग्रस्त हो गई। शीशा टूट जाने की वजह से ड्राइवर ने पीआरवी यूपी 112 पर सूचना दिया गया। लूट की झूठी घटना में वाहन स्वामी भी शामिल थे।
ड्राइवर व वाहन स्वामी को फर्जी सूचना देने व समाज में भ्रामकता फैलाने पर शांतिभंग के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय रवाना कर दिया गया। जेसीबी को सीज कर दिया गया।
एसएचओ संजय कुमार दुबे ने बताया कि सूचना मिलते तत्काल प्रभाव से कई टीमें थाना पुलिस और स्पेशल टीम मौके पर रवाना की गईं। पूरे इलाके में नाकेबंदी कर दी गई और सघन वाहन चेकिंग शुरू की गई।घंटों की जांच के बाद पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची कि लूट की कोई घटना हुई ही नहीं है। सूचना देने वाले के बयानों में भारी विरोधाभास मिला। सीसी फुटेज में भी किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि या लूटपाट का कोई साक्ष्य नहीं मिला।
कड़ाई से पूछताछ करने पर, आरोपितों ने स्वीकार किया कि उन्होंने वित्तीय कारणों से यह झूठी कहानी गढ़ी थी। लूट की झूठी खबर देने से पुलिस बल का बहुमूल्य समय बर्बाद हुआ और आवश्यक इमरजेंसी सेवाओं का दुरुपयोग हुआ। इसे गंभीरता से लेते हुए, पुलिस ने झूठी सूचना देने वाले और कथित पीड़ितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई। कर दी है। संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
एसएचओ ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी आपातकालीन सेवा या पुलिस नियंत्रण कक्ष का दुरुपयोग न करें। झूठी सूचना देने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में एसआइ शिव कुमार यादव, मुख्य आरक्षी अमित नायक, आरक्षी इंद्रपाल प्रजापति शामिल रहे।
