लखनऊ। जनपद लखनऊ के थाना माल कमिश्नरेट द्वारा ग्राम पंचायत बहरौरा में मिशन शक्ति 5.0 के तहत महिला सुरक्षा, जागरूकता और सशक्तिकरण को केंद्र में रखते हुए एक प्रभावी ग्राम चौपाल एवं पुलिस–जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों, सुरक्षा संसाधनों और आवश्यक हेल्पलाइन सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
लखनऊ कमिश्नरेट में पुलिस आयुक्त अमरेन्द्र कुमार सेंगर के निर्देशन में मिशन शक्ति अभियान को मजबूती दी जा रही है। इसी क्रम में जिले के 54 थानों में मिशन शक्ति केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं, जिनमें निरीक्षक, अतिरिक्त निरीक्षक, उप निरीक्षक तथा महिला उप निरीक्षक की तैनाती की गई है ताकि थानों पर आने वाली महिलाओं की समस्याओं का त्वरित और प्रभावी निस्तारण हो सके।
थाना माल द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उप निरीक्षक अमरपाल, महिला उप निरीक्षक सपना देवी, कांस्टेबल मोहम्मद जाहिद और महिला पीआरडी माधुरी ने स्थानीय जनता, विशेषकर महिलाओं के साथ संवाद किया। टीम ने मिशन शक्ति से संबंधित योजनाओं, महिला सुरक्षा उपायों तथा कानूनी सहायता के उपलब्ध माध्यमों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम में महिलाओं को रोजमर्रा की सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरों 1090, 1098, 1076, 1930, 101, 112 और 108 के बारे में बताया गया। साथ ही साइबर क्राइम, ऑनलाइन ठगी और सोशल मीडिया से जुड़े जोखिमों के प्रति जागरूक करते हुए उनसे बचने के उपाय समझाए गए। पुलिस अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि संकट की स्थिति में महिलाएं फोन कॉल के साथ-साथ मैसेज के माध्यम से भी तुरंत सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
चौपाल में स्मार्ट सिटी कैमरों, फील्ड पेट्रोलिंग यूनिट और एंटी-रोमियो स्क्वॉड की कार्यप्रणाली पर भी प्रकाश डाला गया। महिलाओं को यह आश्वासन दिया गया कि किसी भी प्रकार के उत्पीड़न, हिंसा या साइबर अपराध की स्थिति में पुलिस सहायता के लिए हमेशा तत्पर है।ग्राम बहरौरा में आयोजित इस संवाद कार्यक्रम में लगभग 20–30 महिलाओं ने भाग लिया। महिलाओं के सवालों को सुना गया और पुलिस टीम ने उनके समाधान हेतु आवश्यक मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय के साथ विश्वासपूर्ण संबंध स्थापित करना और महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं जागरूक बनाना रहा।
थाना माल पुलिस द्वारा आयोजित यह पहल महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित हुई है। पुलिस ने आश्वासन दिया कि ऐसे जनजागरूकता कार्यक्रम आगे भी निरंतर आयोजित किए जाएंगे ताकि महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों को और अधिक मजबूती मिल सके।
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