अयोध्या। अपर मुख्य सचिव, परिवहन विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा राज्य में 1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाए जाने के लक्ष्य हेतु वाणिज्यिक (कमर्शियल) वाहन रजिस्ट्रेशन बढ़ाने के उद्देश्य से विशेष चेकिंग अभियान संचालित किए जाने के निर्देश पर सोमवार को प्रदेश के सभी एयरपोर्ट पर देखा गया है कि अधिकांश यात्रियों का आगमन प्राइवेट वाहनों से होता है, जो निजी वाहन के रूप में पंजीकृत होते हुए भी कमर्शियल उपयोग में लाए जा रहे हैं।
कमर्शियल वाहनों के रजिस्ट्रेशन में वृद्धि हेतु सभी एयरपोर्ट पर 17 नवंबर से 21 नवंबर तक प्रातः 06ः00 बजे से रात्रि 10ः00 बजे तक चक्रीय क्रम में परिवहन अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर अभियान संचालित किए जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं।
इसी क्रम में सोमवार को महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, अयोध्या पर ऐसे वाहनों के विरुद्ध अभियान चलाया गया, जो प्राइवेट रूप में पंजीकृत थे, किंतु वाणिज्यिक/व्यावसायिक उपयोग में लाए जा रहे थे। अभियान में अपराह्न 2ः00 बजे तक ऐसे 7 वाहनों को मोटर वाहन अधिनियम, 1988 तथा उत्तर प्रदेश कराधान अधिनियम, 1997 की सुसंगत धाराओं में बंद (सीज़) किए जाने की कार्रवाई की गई। यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए चेकिंग केवल उन वाहनों की की गई जो एयरपोर्ट से बाहर निकल रही थीं। विशेष परिस्थितियों में ऐसे वाहनों में बैठे यात्रियों को अन्य वाहनों से उनके गंतव्य तक भेजा गया।
एक समूह (ग्रुप) को यात्री कर अधिकारी की सरकारी गाड़ी से होटल तक भेजा गया। अभियान में उप परिवहन आयुक्त, परिक्षेत्र अयोध्या राजकुमार सिंह संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन), अयोध्या विश्वजीत सिंह, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राजेश प्रताप सिंह, यात्री कर अधिकारी राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी सम्मिलित रहे। यह अभियान 21 नवंबर 2025 तक लगातार जारी रहेगा।
परिवहन विभाग ऐसे वाहन स्वामियों से अनुरोध किया है कि जो प्राइवेट वाहनों का उपयोग व्यावसायिक कार्य में कर रहे हैं, वे यथाशीघ्र अपने वाहन का कन्वर्ज़न (परिवर्तन) व्यावसायिक वाहन के रूप में कराना सुनिश्चित करें।
