डिजिटल इंडिया और डीबीटी ने बदली व्यवस्था, 50 करोड़ लोग सीधे लाभान्वित—सीएम योगी
2017 से पहले पहचान के संकट में था यूपी, अब निवेश और विकास का मॉडल: मुख्यमंत्री
रोबोटिक्स से सीवर सफाई जैसे जोखिम भरे कार्य होंगे सुरक्षित—मुख्यमंत्री योगी
गुरुकुल परंपरा का स्मरण, युवाओं से कर्तव्य, सत्य और अनुशासन अपनाने की अपील
45 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव से यूपी नई आर्थिक ऊंचाइयों की ओर—योगी आदित्यनाथ
ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल ब्रह्मोस और उन्नत ड्रोन तकनीक का निर्माण लखनऊ में—सीएम
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। समारोह का शुभारंभ करने के उपरांत उन्होंने विश्वविद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों को उपाधि और मेडल प्रदान किए। उन्होंने कहा कि यह केवल एक पासआउट बैच का दीक्षांत समारोह नहीं, बल्कि ‘इंडिया ट्रांसफॉर्मिंग जेनरेशन’ का प्रतीक है। आज उपाधि प्राप्त करने वाले युवा भविष्य की विजनरी लीडरशिप के रूप में भारत के विकास को नई ऊर्जा देंगे।


मुख्यमंत्री ने भारतीय गुरुकुल परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह उसी की आधुनिक स्वरूप है। प्राचीन काल में विद्यार्थी जब शिक्षा पूर्ण कर गुरुकुल से बाहर आते थे, तब उन्हें जीवन के मूल मंत्र ‘सत्यं वद, धर्मं चर’ सत्य बोलने, धर्म का पालन करने, कर्तव्यनिष्ठ रहने, और बड़ों के सम्मान की शिक्षा दी जाती थी। यह संस्कार आज भी हमारी पहचान होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि गुरुकुल प्रणाली के समय भारत दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति और अर्थव्यवस्था था, लेकिन जब हमने स्वयं के बजाय दुनिया का अनुसरण करना शुरू किया, तो हमारी ताकत घटती गई। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव है, और यहां प्राप्त शिक्षा भविष्य में सफलता की आधारशिला बनेगी। ।
उन्होंने कहा—“अयोग्य व्यक्ति कोई नहीं होता, एक योग्य मार्गदर्शक की आवश्यकता होती है।” छात्र-छात्राओं से उन्होंने उम्मीद जताई कि वे कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और संतुलन के साथ आगे बढ़ेंगे।मुख्यमंत्री ने बाबू बनारसी दास और स्वर्गीय अखिलेश दास के योगदानों को भावपूर्ण स्मरण किया।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे बाबू बनारसी दास का जीवन संघर्ष, समर्पण और नेतृत्व का प्रेरक उदाहरण है। स्वर्गीय अखिलेश दास द्वारा स्थापित यह विश्वविद्यालय आधुनिक शिक्षा को नई दिशा प्रदान कर रहा है। बीबीडी विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा के साथ खेलों को बढ़ावा देना उल्लेखनीय उपलब्धि है, जिसका लाभ प्रदेश के युवाओं को मिल रहा है।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 2014 के बाद लंबी छलांग लगाई है। ‘खेलो इंडिया’, ‘फिट इंडिया मूवमेंट’, सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं और डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों ने देश में सकारात्मक बदलाव लाए हैं।
उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान व्यवस्था ने भ्रष्टाचार को समाप्त कर योजनाओं का लाभ सीधे गरीबों तक पहुँचाया है। आज लगभग 50 करोड़ लोग डीबीटी से योजनाओं का लाभ ले रहे हैं।मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि कोविड महामारी के दौरान भारत ने न केवल बेहतर प्रबंधन किया बल्कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर स्किल और स्केल को जोड़ा।
भारतीय आज दुनिया का सबसे बड़ा युवा राष्ट्र है और संस्थानों को उसकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने बीबीडी विश्वविद्यालय से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, ड्रोन टेक्नोलॉजी और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स शुरू करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि तकनीक रोजगार कम नहीं करती, बल्कि नए अवसर प्रदान करती है।रोबोटिक्स के संदर्भ में उन्होंने कहा कि भविष्य में मेनहोल और सीवर की सफाई जैसे जोखिम भरे कार्य रोबोट के माध्यम५ से कर मानव जीवन की रक्षा की जा सकती है। साथ ही प्रदेश को एआई, ड्रोन और रोबोटिक टेक्नोलॉजी का हब बताते हुए कहा कि संस्थानों को इस दिशा में और पहल करनी चाहिए।।
आज के उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश अब कानून-व्यवस्था, निवेश और विकास का मॉडल बन चुका है। वर्ष 2017 से पहले का उत्तर प्रदेश पहचान, सुरक्षा और अवसरों के संकट से जूझ रहा था, लेकिन सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति और जनसहभागिता से राज्य आज टॉप-अचीवर स्टेट्स में शामिल है। पिछले आठ वर्षों में राज्य को 45 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भारत की प्रतिष्ठा आज वैश्विक मंच पर बढ़ी है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में इस्तेमाल की गई ब्रह्मोस मिसाइल और उन्नत ड्रोन तकनीक लखनऊ में निर्मित होने से प्रदेश का गौरव और बढ़ता है। आने वाले वर्षों में यह रक्षा विनिर्माण प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई प्रदान करेगा।
समारोह में विद्यार्थियों को शपथ दिलाई गई और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, कुलाधिपति अल्का दास, प्रतिकुलाधिपति विराज सागर दास सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
