बस्ती। जिले में कमीशन के लिए विदेशी मुद्रा का अवैध लेनदेन करने का मामला प्रकाश में आया है। जहां वाल्टरगंज थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति पुलिस की गिरफ्त में आया है जिसके द्वारा सउदी अरब से विदेशी मुद्रा को मंगाकर कमीशन के लिए भारतीय खातों में हेरफेर करने का कार्य किया गया।
बता दें कि सउदी अरब से रियाल को भारतीय मुद्रा में बदलने के लिए यहां के नागरिक के खाते में रुपये भेजे जाते थे। फिर उसे बताए गए खाते में मंगा लिए जाते थे। इसके एवज में मोटी रकम कमीशन के तौर पर दी जाती थी। पुलिस को इसमें किसी बड़ी साजिश का शक है। चूंकि पकड़ा गया आरोपी हीरालाल उर्फ मल्लू पहले लोगों को विदेश भेजने का एजेंट का काम करता था।
पुलिस के अनुसार, मार्च में आरोपी खुद सउदी अरब गया था। जहां उसकी रुपये भेजने वाले से मुलाकात भी हुई थी। मगर, उसकी शिनाख्त के बारे में ज्यादा नहीं बता पा रहा है। पुलिस के अनुसार, अब तक आरोपी ने सिर्फ इतना बताया है कि कमीशन के लिए वह रुपये मंगवाकर वापस भेज देता था। जिन खातों में वह इधर से रुपये भेजता था, उसके बारे में उसे ज्यादा नहीं मालूम है।
पुलिस की गिरफ्त में आए वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के पिपरा जप्ती निवासी हीरालाल उर्फ मल्लू ने पुलिस को बताया कि अब तक वह करीब 45 लाख रुपये मंगवाकर वापस भेज चुका है। उसने अपने खुद के खाते में 25 लाख रुपये मंगवाए थे। इसके बाद बैंक की तरफ से खाता फ्रीज कर रुपयों के स्रोत के बारे में जानकारी मांगी। इसके बाद वह दूसरों के खाते में पांच-पांच लाख रुपये मंगाने लगा। उसने इस तरह से कितने लोगों के खाते में विदेश रकम मंगवाए हैं, इसकी पुलिस छानबीन कर रही है।
शिकायतकर्ता सैफाबाद निवासी वीरेंद्र गौतम के मुताबिक उसे पांच प्रतिशत कमीशन देने को कहा था। मगर, यह नहीं बताया था कि रुपये विदेश से आएंगे। इसलिए उसने हामी भर दी थी। जब पता चला कि पांच लाख रुपये सउदी अरब से भेजे गए हैं तो शक हुआ और उसने रुपये निकालने से इन्कार कर दिया। यही बात हीरालाल उर्फ मल्लू को नागवार लगी और उसने वीरेंद्र के साथ जोर-जबरदस्ती शुरू कर दी।
बताया जा रहा है कि इस खेल में कई एजेंट शामिल हैं। जो रुपये मंगाने के लिए अपने खाते का इस्तेमाल करने की छूट देते हैं। इसके बदले पांच प्रतिशत कमीशन देता था। एसओ भानु प्रताप सिंह ने बताया कि अभी सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।
