
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में निरंतर वृद्धि हो रही है, जैसा कि राज्य के पर्यटन विभाग द्वारा जारी आंकड़े दर्शाते हैं। वर्ष 2023 के मुकाबले वर्ष 2024 में राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या में लगभग 17 करोड़ की वृद्धि दर्ज की गई है। विशेष रूप से, विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है, जो लगभग 7 लाख बढ़ी है।पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, और इसे वास्तविकता में बदलने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में वर्ष 2022 से घरेलू पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है और 2024 में विदेशी पर्यटकों का आगमन भी महत्वपूर्ण स्तर पर बढ़ा है। इसके लिए, राज्य के प्रसिद्ध और अल्पज्ञात पर्यटन स्थलों पर पर्यटक सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।श्री सिंह ने बताया कि वर्ष 2024 में कुल 64,90,76,213 पर्यटक उत्तर प्रदेश आए, जबकि 2023 में यह संख्या 48,01,27,191 थी, जिससे एक वर्ष में पर्यटकों की संख्या में 16,89,49,022 की वृद्धि हुई। विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी 2024 में 6,67,564 की वृद्धि हुई, जो पिछले वर्ष के 16,01,503 के मुकाबले 22,69,067 से बढ़कर 2024 में 22,69,067 हो गई।
पर्यटन मंत्री ने यह भी कहा कि श्रीराम जन्मभूमि में रामलला के विराजमान होने के बाद अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2024 में कुल 16,44,19,522 श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे, जबकि 2023 में यह संख्या केवल 5,75,70,896 थी। इस प्रकार एक वर्ष में 10,68,48,626 की वृद्धि देखी गई है। इसके अलावा, काशी, मथुरा और प्रयागराज में भी पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
श्री सिंह ने बताया कि विदेशी पर्यटकों के आगमन में वर्ष 2024 में आगरा पहले स्थान पर रहा, जहां कुल 1,77,75,561 पर्यटक आए, जिसमें से 14,65,814 विदेशी पर्यटक थे। इसके अलावा, वाराणसी, कुशीनगर और मथुरा में भी विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है।यह आंकड़े उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास और राज्य की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति बढ़ती रुचि को दर्शाते हैं।