
मुरादाबाद। निर्बल वर्ग सेवा समिति रामपुर के तत्वाधान में उत्तर प्रदेश उर्दू अकादेमी लखनऊ के वित्तीय सहायता से मुरादाबाद मुस्लिम डिग्री कॉलेज मुरादाबाद में एक राष्ट्रीय सेमिनार रुहेलखंड में उर्दू गजल का इरतिका विषय पर संपन्न हुआ जिसकी अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ आई ऐ आज़मी ने की अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उर्दू प्रेस, उर्दू लेखकों और पत्रकारों एवं शायरों का विशेष योगदान रहा है 1857 के प्रथम स्वतंत्रता सेंग्राम में प्रेस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
सेमिनार के मुख्य अतिथि अंतर्राष्ट्रीय शायर व मंच संचालक मंसूर उस्मानी ने कहा कि रुहेलखंड में उर्दू गजल ने एक नई तारीख रकम की है जिसके नुकूश कभी मिटाये नहीं जा सकेंगे इस अवसर पर डॉ शफी अय्यूब दिल्ली, डॉ मोहम्मद आसिफ, डॉ जेबा नाज़, डॉ मैराजुल हसन सहसवानी, डॉ रबाब अंजुम, रईस मंजर, आदि ने विभिन्न विषयों पर आधारित अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये
सेमीनार का कुशल संचालन डॉक्टर शाकिर हुसैन इस्लाही ने किया। इस मौंके पर डॉ रूबी सुल्ताना ,मोहम्मद आसिफ, शहजाद अजीज, डॉ असद डॉ हारिस डॉ नीलोफ़र,मोहम्मद जुबैर, डॉ इमरान अली डॉ नईम व मोहम्मद फहीम आदि का विशेष सहयोग रहा सेमिनार में छात्रों ने भी रुचि दिखाई और अंत तक पूरा सेमिनार हाल छात्रों से भरा रहा सोसाइटी के नुमाइंदे फय्याज अली ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया