
👉 डीएम ने समस्त विभागों को कार्यों/योजनाओं में लक्ष्य के सापेक्ष गुणात्मक प्रगति लाते हुए सीएम डैशबोर्ड पर जनपद की रैंकिंग बेहतर बनाने हेतु किया निर्देशित।
के के मिश्रा संवाददाता।
संत कबीर नगर। जिलाधिकारी आलोक कुमार की अध्यक्षता में सी0एम0 डैशबोर्ड पर प्रदर्शित प्राप्तांक एवं ग्रेडिंग के आधार पर विकास कार्यों, निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जयकेश त्रिपाठी उपस्थित रहे।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा सीएम डैशबोर्ड की प्रगति रिपोर्ट में खराब श्रेणी प्रदर्शित करने वाले इंडिकेटर में रहने वाले विभाग व कार्यों से संबंधित विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया कि कार्यों/योजनाओं में गुणात्मक प्रगति लाते हुए बेहतर परफॉर्मेंस प्रदर्शित करें। उन्होंने कहा कि कार्यों के संचालन एवं क्रियान्वयन में लापरवाही के कारण सीएम डैश-बोर्ड पर खराब रैकिंग दर्शाने वाले विभागीय अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की प्रगति अपेक्षाकृत धीमी पाए जाने पर प्रगति लाने के निर्देश के साथ-साथ जनपद स्तर पर वेंडर्स की उपस्थिति में मेगा कैंप का भी आयोजन कराने हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के गांवों में ग्राम पंचायतों द्वारा लगाए जाने वाले सोलर स्ट्रीट लाइट/लैम्प को निर्धारित मानक के अनुसार एवं पंजीकृत वेंडर से ही खरीद कर लगवाया जाए, संबंधित खंड विकास अधिकारी इसकी गुणवत्ता का निरीक्षण करके ही लगवाना सुनिश्चित करें।
समीक्षा के दौरान जनपद में दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे में विगत माह की अपेक्षा गिरावट दर्ज किए जाने पर अधिशाषी अभियंता विद्युत को सुधार के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने उपभोक्ताओं के विद्युत बिल सुधार के प्रकरणों में पेंडेंसी जीरो करने हेतु निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने अधिशाषी अभियंता विद्युत को निर्देशित करते हुए कहा कि कहा कि विभिन्न विभागों अथवा कार्यदायी संस्थाओं द्वारा सरकारी भवनों/नवनिर्मित भवनों में विद्युत कनेक्शन/ट्रांसफार्मर अथवा कनेक्शन शिफ्टिंग हेतु पैसा मिलने के बावजूद लंबित प्रकरणों को अभिलंब निस्तारित कर दिया जाए, इसी प्रकार पेयजल परियोजनाओं में पैसा जमा होने के बावजूद विद्युत कनेक्शन देने में लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
समीक्षा के दौरान जनपद में फैमिली आईडी बनाने की प्रगति में सुधार पर जिलाधिकारी ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि शत-प्रतिशत परिवारों का फैमिली आईडी कार्ड, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, बनवाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के लंबित आवेदनों को परीक्षणोंपरान्त निस्तारण करने के निर्देश जिला प्रोबेशन अधिकारी को देने के साथ-साथ जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी समस्या अथवा जांच की स्थिति में संबंधित खंड विकास अधिकारी से संपर्क कर लंबित आवेदनों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारित किया जाए।
जिलाधिकारी ने आकांक्षात्मक विकासखंडों में विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित समस्त जनकल्याणकारी एवं लाभार्थीपरक योजनाओं के आच्छादन एवं प्रगति की समीक्षा के दौरान समस्त संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति की समीक्षा कर लें तथा गैप की स्थिति में तत्काल कार्यवाही कर लक्ष्य पूर्ण करें। उन्होंने विशेष तौर पर आईसीडीएस एवं बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अपेक्षाकृत खराब प्रदर्शन पाए जाने पर इसमें सुधार के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने विकासखंड में संचालित समस्त विकास योजनाओं की विकासखंड स्तर पर समीक्षा करते रहे जिसे कहीं कोई कमी पाए जाने अथवा कोई पात्र व्यक्ति किसी योजना से वंचित रह जाने पर संबंधित विभाग को निर्देशित किया जा सके।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वयं सहायता समूह का गठन एवं संचालन की प्रगति, गोवंश संरक्षण, मत्स्य उत्पादन, छात्रवृत्ति वितरण, आवास योजना (ग्रामीण), भवन निर्माण, जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, राज्य योजना, निपुण परीक्षा आकलन, मध्यान्ह भोजन एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति, कायाकल्प योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार आदि फ्लैगशिप प्रोजेक्ट्स पर संबंधित विभागीय अधिकारियों से आंकड़ेवार जानकारी प्राप्त करते हुए विस्तृत समीक्षा की गयी। जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया गया कि अधिक से अधिक लाभार्थियों को पानी का कनेक्शन उपलब्ध कराते हुए डाटा की फीडिंग करायी जाय।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी विभागीय अधिकारीगणों को निर्देशित किया कि उनके विभाग से संबंधित योजनाओं एवं निर्माण कार्यों में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति पर विशेष ध्यान दें, जिससे सीएम डैशबोर्ड पर जनपद की रैंकिंग अच्छी बनी रहे।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी द्वारा जनपद में विभागों/कार्यदाई संस्थाओं द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्यों/परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति, कार्यों में गुणवत्ता एवं प्रगति की समीक्षा सम्बंधित विभागीय अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें, गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए इसे कार्यदायी संस्थाएं पूरी गंभीरता से लें। उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान उपस्थित अधिकारियों व कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन परियोजनाओं के निर्माण कार्य हेतु धनराशि प्राप्त हो गई है उन परियोजनाओं का कार्य निश्चित समयावधि के अंतर्गत कार्यदायी संस्थाएं पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कराये जा रहें निर्माण कार्यं सहित जनपद में निर्माणाधीन समस्त परियोजनाओं के निर्माण कार्य में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति एवं गुणवत्ता आदि के बारे में सम्बंधित कार्यदायी संस्था एवं विभागीय अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी निर्माण कार्यो की प्रगति को सभी कार्यदायी संस्थाएं/सम्बंधित विभाग सी0एम0आई0एस0 पोर्टल पर फीड कराना सुनिश्चित करे। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया कि जो परियोजनाएं पूर्ण हो गई हैं उनको नियमानुसार संबंधित विभाग को हैंड ओवर कर दिया जाए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 रामानुज कनौजिया, जिला विकास अधिकारी प्रेम प्रकाश त्रिपाठी, डीसी मनरेगा प्रभात द्विवेदी, डीसी एनआरएलएम प्रवीण कुमार शुक्ला, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी अजय श्रीवास्तव, उपायुक्त उद्योग राजकुमार शर्मा, उप कृषि निदेशक डॉ0 राकेश कुमार सिंह, पर्यटन अधिकारी विकास नारायण, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 एस के तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी समुद्रगुप्त मल्ल, जिला समाज कल्याण अधिकारी महेंद्र कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी मनोज कुमार, खंड विकास अधिकारीगण, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका अवधेश भारती सहित संबंधित अधिकारी व कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।