
– के.के. मिश्रा, संवाददाता।
संत कबीर नगर। विकासखंड बघौली अंतर्गत ग्राम पंचायत संमदा के राजस्व ग्राम कोडरी में वर्ष 2012-13 में चकबंदी की गई थी, लेकिन काश्तकारों को उनकी ज़मीनों पर कब्जा नहीं मिल पाया था। लगभग 13-14 वर्षों तक अपनी ज़मीन के अधिकार से वंचित ग्रामीणों को अब जाकर न्याय मिला है। ग्राम प्रधान वेगानंद यादव के प्रयासों से यह संभव हो पाया।
ग्राम प्रधान द्वारा जिलाधिकारी को पत्रक के माध्यम से इस गंभीर समस्या से अवगत कराया गया। जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए चकबंदी और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम गठित कर आदेश जारी किए कि कोडरी गांव में काश्तकारों को सीमांकन कराकर उनकी भूमि पर कब्जा दिलाया जाए।
तहसील व चकबंदी विभाग की संयुक्त टीम—जिसमें कानूनगो, लेखपाल रितेश शाह, चकबंदी अधिकारी अनिल मणि त्रिपाठी, उमेश गुप्ता, लेखपाल मृत्युंजय यादव, वीरेंद्र यादव और शेरेयजाद शामिल थे—ने गांव में पहुंचकर चकबंदी के अनुरूप सीमांकन कराया। जिन काश्तकारों को वर्षों से भूमि पर कब्जा नहीं मिला था, उन्हें अब उनका वैध अधिकार सौंपा गया।
इस मौके पर सचिन पुत्र स्वर्गीय लाल बहादुर को लगभग 110 एयर जमीन पर कब्जा मिला। उनके साथ ही परशुराम निषाद, सुभाष चंद्र, शिवचंद, मुन्ना, राममिलन, करीमन, शिवपूजन, विनोद, राजमान, सतबली, मैना देवी सहित सैकड़ों ग्रामीणों की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान हुआ।
ग्रामीणों में इस फैसले को लेकर गहरी खुशी देखी गई और उन्होंने ग्राम प्रधान वेगानंद यादव के प्रति आभार व्यक्त किया। गांव में न्याय मिलने की खुशी में लोगों के चेहरे खिल उठे हैं और यह दिन उनके लिए एक ऐतिहासिक दिन बन गया है।