
लखनऊ। छात्रों को सफलता के लिए केवल किताबें नहीं, बल्कि सही मार्गदर्शन भी चाहिए होता है। इसी सोच के साथ समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित छत्रपति शाहू जी महाराज शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान, भागीदारी भवन, गोमती नगर, लखनऊ ने अपने मेंटरशिप कार्यक्रम में एक नया आयाम जोड़ा है। इस बार मेंटर बनने का अवसर संस्थान से पूर्व में कोचिंग प्राप्त कर यूपीएससी अथवा यूपीपीएससी की मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को दिया जा रहा है।
संस्थान ने 2020-21 से लेकर 2023-24 तक की कोचिंग बैचों से जुड़े ऐसे अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित किए हैं जो वर्तमान में अध्ययनरत छात्रों को दिशा देने और प्रेरित करने के इच्छुक हैं। इस पहल का उद्देश्य है कि पहले से प्रतियोगी परीक्षा में आगे बढ़ चुके युवाओं का अनुभव नई पीढ़ी के साथ साझा हो सके। इससे न केवल वर्तमान छात्र लाभान्वित होंगे, बल्कि पूर्व छात्र भी सामाजिक योगदान के माध्यम से अपनी भूमिका को और सार्थक बना सकेंगे।
इसमें चयनित 5 प्रेरकों को प्रत्येक कक्षा के लिए 500 रुपये मानदेय मिलेगा। जिला समाज कल्याण अधिकारी पवन कुमार यादव ने बताया कि मेंटर को तय समयावधि के भीतर संस्थान द्वारा निर्धारित गतिविधियों में भागीदारी करनी होगी। आवेदन की अंतिम तिथि 11 जुलाई 2025 है। इच्छुक अभ्यर्थी संस्थान कीवेबसाइटwww.bhagidaribhawan.in पर जाकर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यह उल्लेखनीय है कि छत्रपति शाहू जी महाराज शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) के छात्रों को आईएएस, पीसीएस व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की नि:शुल्क तैयारी करवाई जाती है। संस्थान शिक्षा और अवसरों की समानता के सिद्धांत को केंद्र में रखते हुए समाज के वंचित तबकों को सशक्त बनाने का कार्य कर रहा है।
मेंटरशिप कार्यक्रम की यह पहल जहां सफल प्रतिभागियों को जिम्मेदारी निभाने का मौका देगी, वहीं इससे वर्तमान छात्रों को मार्गदर्शन, रणनीति, और परीक्षा की तैयारी के व्यावहारिक अनुभवों का सीधा लाभ मिलेगा। यह नवाचार आने वाले समय में अन्य कोचिंग और प्रशिक्षण संस्थानों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकता है।