
लखनऊ। ग्रेटर नोएडा के होटल रेडिसन ब्लू में आयोजित रोजगार मिशन इंडस्ट्री कनेक्ट–2025 कार्यक्रम में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प तभी पूरा हो सकता है जब युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार इस वर्ष 25 हजार युवाओं को विदेशों में और 3 लाख युवाओं को देश के भीतर रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य लेकर कार्य कर रही है।
इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी ने कहा कि शिक्षा और रोजगार एक-दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने जोर दिया कि युवाओं को तभी रोजगार से जोड़ा जा सकता है जब उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए। ब्रिक्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष हरवंश चावला ने जानकारी दी कि रूस को इस वर्ष भारत से लगभग एक लाख कुशल और अर्द्धकुशल श्रमिकों की आवश्यकता है। इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात में भी बड़ी संख्या में श्रमिकों की मांग है और उत्तर प्रदेश इस आवश्यकता की पूर्ति करने में सक्षम है।
प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन डॉ. एम.के.एस. सुन्दरम ने बताया कि सरकार की विभिन्न रोजगारपरक योजनाओं के चलते प्रदेश में बेरोजगारी दर में उल्लेखनीय कमी आई है। सेवायोजन निदेशक नेहा प्रकाश ने स्वागत भाषण देते हुए कार्यक्रम की महत्ता और विभागीय गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया।
अपर निदेशक पी.के. पुंडीर ने रोजगार संगम पोर्टल और अन्य योजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की संयुक्त निदेशक शैलजा सिंह ने एनसीएस पोर्टल की विशेषताओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का उद्घाटन श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी, प्रमुख सचिव डॉ. एम.के.एस. सुन्दरम, निदेशक नेहा प्रकाश और अपर निदेशक पी.के. पुंडीर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
इस मौके पर मंत्री अनिल राजभर ने विभागीय कार्यक्रमों से संबंधित बुकलेट का विमोचन भी किया।कार्यक्रम में विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों के एचआर प्रतिनिधियों, शैक्षिक और व्यावसायिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस आयोजन ने युवाओं को रोजगार से जोड़ने और उद्योगों व संस्थानों के बीच साझेदारी को नई दिशा देने का संदेश दिया।