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•शिक्षकों ने दिखाया रचनात्मक कौशल, शिक्षा में नवाचार पर जोर।
•नॉलेज को केवल कम्युनिकेट नहीं, बल्कि जनरेट करना है- संजय शुक्ल
•प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षकों ने भाषा, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान विषयों में दी प्रस्तुति।
बस्ती। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में शनिवार को प्राथमिक, उच्च प्राथमिक शिक्षकों का जनपद स्तरीय कला, क्राफ्ट एवं पपेट्री प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में परिषदीय विद्यालयों के भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया।



कार्यक्रम का शुभारंभ डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित करके किया। डायट प्राचार्य ने कहा कि ष्प्रतिभागियों ने अपनी शिक्षण अभिव्यक्ति को कला, क्राफ्ट एवं पपेट्री के माध्यम से प्रदर्शित किया है, जिससे उनकी रचनात्मकता और सृजनशीलता की झलक मिलती है।
कहा कि कलाओं का शिक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान होता है क्योंकि चित्रात्मक विषयवस्तु से बच्चों की सीखने की प्रक्रिया अधिक तीव्र और स्थायी होती है। षष्ठम् कला क्राफ्ट पपेट्री प्रतियोगिता में प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षको ने पांच स्तरों में प्रतिभाग किया। पांचों स्तर में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को राज्य स्तर पर प्रतिभाग करने का अवसर मिलेगा।
प्रतियोगिता प्रभारी एवं नोडल डॉ. गोविन्द प्रसाद ने बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य शिक्षण में कला, क्राफ्ट एवं पपेट्री की महत्व और उपयोगिता के प्रति जागरूक करना है। प्रतिभागियों ने भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की श्रेणियों में कला, क्राफ्ट एवं पपेट्री तैयार किए और शिक्षण में इनकी उपयोगिता पर प्रस्तुतीकरण दिया।
विजेताओं में प्राथमिक स्तर पर गणित विषय में हरैया ब्लॉक के विकास द्वीप निगम प्रथम स्थान और भाषा में रोशन लाल परशुरामपुर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया स इसी प्रकार उच्च प्राथमिक स्तर पर सामाजिक विज्ञान विषय में साऊँघाट ब्लॉक कीअन्नपूर्णा दुबे प्रथम स्थान, सामाजिक विज्ञान विषय में बनकटी ब्लॉक की सुरभि ओझा प्रथम स्थान एवं गणित विषय में परशुरामपुर ब्लॉक के प्रवीण कुमार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को स्मृति चिन्ह तथा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिया गया। साथ ही सभी प्रतिभागियों को अपने-अपने विद्यालय में बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का मूल्यांकन डायट स्तर पर गठित निर्णायक मंडल के सदस्यों अलीउद्दीन, वंदना चौधरी, मो. इमरान खान, कुलदीप चौधरी और कल्याण पाण्डेय द्वारा किया गया।इस अवसर पर डायट प्रवक्ता वर्षा पटेल, अमन सेन, नवनीत कुमार, अनिल चौधरी, हर्षित, रामपाल, संदीप, अखिलेश, विवेक, सौरभ कनौजिया, विशाल चौधरी, अरुण आदि ने अपना योगदान दिया।