
मीरजापुर। उत्तर प्रदेश के आखिरी छोर पर स्थित मध्य प्रदेश की सीमा से लगने वाले मिर्जापुर जिले में आकाशीय बिजली (वज्रपात) की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने इससे बचने के लिए एडवाइजरी जारी किया है। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश का मिर्ज़ापुर जिला जंगलों पहाड़ों से घिरा हुआ इलाका है जहां प्रतिवर्ष व्यापक पैमाने पर आकाशीय बिजली से जनधन की हानि होती है। मिर्ज़ापुर जिला मध्य प्रदेश के रीवा, मऊगंज तथा सिंगरौली जनपदों के जंगलों पहाड़ों से लगे होने के साथ ही साथ सोनभद्र जनपद से भी लगा हुआ है।
जहां आकाशीय बिजली का बराबर भय बना हुआ रहता है। पूर्व में आकाशीय बिजली का कहर मिर्ज़ापुर के हलिया, लालगंज इलाकों में बरपने पर कई लोगों की जहां जान जा चुकी है वहीं कई मवेशियों की भी जान चली गई थी। पिछले दिनों आकाशीय बिजली की चपेट में आकर कई लोग झुलस गए थे तो वहीं कई दुधारु मवेशियों की भी जान चली गई थी। इन घटनाओं को देखते हुए जहां प्रशासन ने लोगों को बचाव के उपाय बताए हैं।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के निर्देशन में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अजय सिंह एवं आपदा विशेषज्ञ ने जानकारी देते हुए बताया कि आंधी तूफान एवं खराब मौसम में आकाशीय बिजली गिरने, वज्रपात की घटनाएं घटित होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं, जिससे जनहानि एवं पशु हानि व मकान क्षति तथा व्यक्ति के घायल होने की घटनाए होती हैं, ऐसे में आम जनमानस से अपील करते हुये निम्न सावधानियां बरतने को कहा गया है।
-आकाशीय विद्युत के परिप्रेक्ष्य में सावधानियों हेतु क्या करें-
- पक्के मकान की शरण में चले जाएं
- खिड़की, दरवाजे एवं बरामदे से दूर रहें
- पेड़, मोबाइल टावर, बिजली के खंभों, कच्चे मकान, तालाब, जलाशय से दूरी बना कर रखें
- खराब मौसम में बच्चों को बाहर न खेलने दें, लोहे की खिड़की, दरवाजे व हैण्डपम्प आदि को न छुएं।
- यदि खुले खेत में फंस गये हैं तो दोनों कानों को बंद कर पैरों को सटा लें तथा घुटनों का टेक लेकर उकड़ू बैठ जाएं
- वर्षा, आंधी तूफान, आकाशीय बिजली एवं बदलते मौसम का सटीक पूर्वानुमान देगा बहुउपयोगी सचेत एप एवं दामिनी एप जिससे कि प्रशासन, स्वयंसेवक तथा जागरुक लोगों द्वारा पूर्व चेतावनियों एवं अलर्ट को आम जनमानस तक समय से पहुचांकर आपदा से होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है दामिनी ऐप एवं सचेत एप
आकाशीय विद्युत के परिप्रेक्ष्य में सावधानियों हेतु क्या न करें-
- पेड़ के नीचे ना खड़े हों
- दीवार के सहारे टेक न लगायें
- धातु युक्त नल एवं फ्रिज को न छुएँ
- धातु से बने छाते का प्रयोग न करें
- घरों में चलने वाले भारी विद्युत उपकरणों को प्लग से अलग कर दें।
- खुल वाहनों मेें सवारी न करें, बचाव के लिए जमीन पर न लेटें तथा तैराकी या नौकायन न करें।
- आँधी तूफान के दौरान सावधानियों हेतु क्या करें-
.आँधी तूफान के दौरान सावधानियों हेतु क्या करें-
- टिन की छत, होर्डिंग, क्षतिग्रस्त मकान, पेड़, बिजली के खंभे एवं मोबाइल टावर से दूर रहें।
- घर के बाहर या छत पर रखी हुई भारी वस्तुएं उड़ सकती हैं, इसलिये उन्हें बांधकर रख दें
- यात्रा कर रहे हैं तो सुरक्षित स्थान देखकर रुक जाएं
आंधी तूफान के दौरान सावधानियों हेतु क्या न करें।
- धारदार एवं नुकीली वस्तुओं को खुले में न रखें
- धातु से बनी वस्तुओं का उपयोग न करें एवं पेड़ की शरण में न जायें