
•शहीद दिवस पर उमड़े जन सैलाब में तृणमूल प्रमुख ने किया भाषा आंदोलन का आह्वान।
कोलकाता। हर साल की तरह 21 जुलाई के दिन धर्मतला में शहीद दिवस की रैली में जन सैलाब उमड़ पड़ा। शहीद दिवस के भव्य मंच से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर तीखा और जोरदार हमला बोला। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज भाजपा पर बंगालियों के खिलाफ साजिश के तहत भाषाई आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि हम हिंदी, गुजराती, मराठी समेत सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं। लेकिन बीजेपी बंगाली भाषा का विरोध क्यों कर रही है?
ममता ने साफ दहाड़ते कहा कि, अगर जरूरत पड़ी तो हम फिर से भाषा आंदोलन शुरू करेंगे! दिल्ली तक इसकी आंच जाएगी। सीएम ममता ने पुरानी बातें याद दिलाईं और उन्होंने कहा, जब तृणमूल कांग्रेस बनी थी, तब कहा गया था कि इसे गाय खा जाएगी, लेकिन आज भी पार्टी मजबूती से खड़ी है।
तृणमूल प्रमुख ने कहा कि, ममता-अभिषेक-टीएमसी को गाली देने वाले अब बच नहीं पाएंगे। उन्होंने बंगाल के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान की भी याद दिलाई और कहा, जो काम बंगाल के लोग कर सकते हैं, वो कोई और नहीं कर सकता! ममता बनर्जी ने तृणमूल के कर्मी समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि समय आ गया और 27 जुलाई से भाषा आंदोलन शुरू होगा।
ममता बनर्जी ने गरजते हुए कहा कि बंगाली भाषा पर भाजपा के आतंकवाद के खिलाफ एक भाषाई आंदोलन होगा। 27 जुलाई से, बंगालियों पर हमलों के विरोध में पश्चिम बंगाल में भाषाई आंदोलन शुरू होगा। उन्होंने ज़ोर देकर कहा, हमें 2026 के विधानसभा चुनावों में और सीटें जीतनी हैं और फिर भाजपा को हराने के लिए दिल्ली कूच करना है।
तृणमूल प्रमुख ने कहा कि वे लोग दुकानों में जाकर कहते हैं, मछली मत खाओ, मांस मत खाओ। वे दुकानों में जाकर तोड़फोड़ करते हैं। लेकिन मै कहती हूं कि दम है तो यहां भी वहीं करके देखो। कलेजा है तो वही सब एक बार बंगाल में भी करके देखो, देखेंगे कि, कितने बहादुर हैं। आप लोग ज़्यादा से ज्यादा बंगाली में बोलो। हम किसी भी भाषा पर हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगले चुनाव के नतीजे आने तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा बंगाल में एसआईआर जैसी कवायद करने की योजना बना रही है, इसे कभी अनुमति नहीं दी जाएगी। बंगालियों पर भाजपा के हमलों के खिलाफ 27 जुलाई के बाद हर सप्ताहांत विरोध रैलियां निकालें। बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में बंगालियों को परेशान किया जा रहा है और उन्हें हिरासत शिविरों में रखा जा रहा है।
यहीं से, मैंने कहा कि मुझे परिवर्तन चाहिए, बदला नहीं। इस बार, मैं कह रही हूं, आप जब्त हो जाएगें, खामोश कर दिया जाएगा। हमारा दर्शन ही आपलोगों के विसर्जन का कारण बनेगा। बाकी बातें तो आपलोगों को मैं चुनाव के दौरान समझाऊंगी। ममता बनर्जी ने बिना भाजपा का नाम लिए बगैर कहा कि, उन्होंने 2019 में, ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ी थी। अब, उन्होंने मतदाता सूची से बंगालियों के नाम हटाने के लिए अधिसूचनाएं जारी की हैं। भाजपा शासित राज्यों में, बंगालियों को परेशान किया जा रहा है और डिटेंशन कैंपों में रखा जा रहा है।
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि, भाजपा शासित राज्यों में एनआरसी नोटिस देकर बंगालियों को निशाना बनाया जा रहा है और एक तरह से उन्हें बांग्लादेशी करार दिया जा रहा है और कथित तौर पर उन्हें डिटेंशन कैंपों में डालने और मतदाता सूची से उनके नाम हटाने के प्रयास किए जा रहे है।
सीएम ममता ने बेहद तल्ख तेवर में कहा कि, तृणमूल को कुचलने के सपने देख रहे है और कोशिश कर आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। आपने क्या सोचा था? क्या आप इसे ईडी-सीबीआई से तृणमूल को ख़त्म कर देंगे? अरे भाई चुनौती तो अभी बाकी है। ऐसा करने पर आपका जो नुकसान होगा उसे को संभाला नहीं जा सकता। देखना है कि, आप कितने लोगों को जेल में डालेंगे? आपका कहना है कि, बंगाल में 17 लाख रोहिंग्या है! आरे ये कहां से आए? उक्त खबर आपको कैसे मिली ? ममता बनर्जी ने कहा कि, संयुक्त राष्ट्र का कहना है, कि दुनिया भर में रोहिंग्याओं की संख्या मात्र 10 लाख है। अगर ऐसा है तो बंगाल में 17 लाख रोहिंग्या कहां से आ गए!
सीएम ममता बनर्जी ने बार-बार दोहराते हुए कहा कि, अगर बंगाल के लोगों को बांग्ला बोलने के कारण कहीं भी गिरफ़्तार किया गया, तो यह लड़ाई दिल्ली में होगी। मैं छोड़ने वालों में से नहीं हूं। सिंगूर-नंदीग्राम आंदोलन याद है? भाषा आंदोलन फिर शुरू होगा। साथ ही उन्होंने पार्टी के कर्मी समर्थकों से कहा, 27 जुलाई, नानूर दिवस से, हर शनिवार और रविवार को बांग्ला भाषा पर हमले के विरोध में सभाएं और जुलूस निकालें। विरोध में उतरें। इस बार, भाषा की रक्षा की शपथ शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि तृणमूल सरकार बंगाल के लोगों के लिए लगातार काम कर रही है। केंद्र से फंड बंद कर देने के बावजूद उनकी सरकार ने गरीबों को घर दिए, धार्मिक स्थलों का विकास किया और राज्य की परिवहन व्यवस्था को मजबूत किया है। राज्य ने अब तक 40 प्रतिशत बेरोजगारी कम की है, यह बंगाल के लोगों के लिए गर्व की बात है। ममता बनर्जी ने मंच पर पहलगांव आतंकी हमले में मारे गए बंगाल के तीन लोगों बितन अधिकारी, मनीषरंजन मिश्रा और समीर गुहा के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सम्मान दिया। उन्होंने कहा कि हम इन परिवारों के बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे।
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