
आजमगढ़। जनपद के सिविल लाइंस स्थित इंडसइंड बैंक शाखा में करोड़ों रुपये के लेन-देन वाले खातों के बीच एक 25.77 लाख रुपये के गबन का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। बैंक के सेवा वितरण प्रबंधक दीनदयाल उपाध्याय पर तीन ग्राहकों के खातों से उनकी जानकारी व सहमति के बिना धोखाधड़ीपूर्वक रकम निकालने का गंभीर आरोप लगा है।बैंक के शाखा प्रबंधक उमाकांत यादव ने इस संबंध में आरोपी दीनदयाल उपाध्याय व अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
जानकारी के अनुसार, 15 सितंबर को दो ग्राहक जगदीश यादव और बृजेश सैनी ने बैंक में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके खातों से क्रमशः 4 लाख रुपये और 12.77 लाख रुपये की धनराशि उनकी जानकारी के बिना निकाली गई है। इसके बाद 17 सितंबर को श्रीमती गुंजन गोयल के पति अश्विनी गोयल ने भी शिकायत की कि उनके खाते से 9 लाख रुपये गबन कर लिए गए हैं। तीनों शिकायतों की जांच के दौरान बैंक प्रबंधन को शक हुआ कि ये सभी लेन-देन सेवा वितरण प्रबंधक दीनदयाल उपाध्याय द्वारा की गई हैं।
बैंक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 16 सितंबर को दीनदयाल उपाध्याय को तत्काल निलंबित कर दिया। बताया जा रहा है कि वे 12 सितंबर से ड्यूटी पर नहीं आए हैं और तब से ही उनका कोई पता नहीं चल रहा है। बैंक प्रबंधन ने आंतरिक जांच टीम गठित कर दी है और साथ ही पुलिस को पूरे प्रकरण की गहन जांच कर कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
शहर कोतवाली पुलिस ने आरोपी दीनदयाल उपाध्याय पुत्र अमरनाथ उपाध्याय निवासी मुस्तफाबाद, जहानागंज (अजीजाबाद) के खिलाफ धोखाधड़ी, गबन और आपराधिक विश्वासघात की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अब आरोपी की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।