
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा राज में उत्तर प्रदेश अराजकता, लूट और भ्रष्टाचार के गर्त में चला गया है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और किसानों से लेकर आम नागरिक तक हर वर्ग परेशान है।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि किसानों को खाद के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ता है, फिर भी उन्हें खाद नहीं मिलती। सरकार कालाबाजारी और मुनाफाखोरी पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल रही है। भाजपा सरकार केवल कागजों पर योजनाएं बनाती है, लेकिन ज़मीन पर कोई काम नहीं होता।
उन्होंने प्रदेश के कई जिलों में आई बाढ़ की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि लाखों लोग विस्थापित हैं, उनके सामने भोजन, दवा और इलाज का संकट खड़ा है, लेकिन सरकार पूरी तरह निष्क्रिय है। प्रयागराज, फतेहपुर, बलिया, वाराणसी और हमीरपुर जैसे जिलों में राहत कार्य नदारद हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लगता है सरकार मठ में विश्राम कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की नाकामी का आलम यह है कि सत्तारूढ़ दल के विधायक और मंत्री भी जनता की समस्याओं को लेकर धरना और प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। भ्रष्टाचारियों और अराजक तत्वों को संरक्षण मिल रहा है। आम जनता त्रस्त है।
अखिलेश यादव ने कहा कि नौ साल के भाजपा शासन में किसानों, नौजवानों, महिलाओं और आम लोगों को धोखा ही मिला है। सरकार ने सिर्फ बजट लुटाने का काम किया, विकास कार्य शून्य हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के तमाम दावे और वादे झूठे साबित हो चुके हैं और अब जनता उसे हटाने के लिए तैयार है। विधान सभा चुनाव में इसका निर्णायक जवाब दिया जाएगा।