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बस्ती। बहादुरपुर ब्लॉक स्थित एकसड़ा चौराहे पर समाजवादी पार्टी (सपा) अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष इरशाद अहमद के मकान को जिला प्रशासन द्वारा बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। यह कार्रवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के तहत की गई, जिसमें बंजर जमीन पर हुए अवैध निर्माणों को हटाने का निर्देश दिया गया था।
कार्रवाई के समय इरशाद अहमद और उनका परिवार अजमेर में था, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। इरशाद अहमद ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कार्रवाई राजनैतिक दुर्भावना से प्रेरित थी। उन्होंने दावा किया कि उनके मकान में रखा लगभग एक करोड़ रुपये का सामान नष्ट हो गया और उन्हें कोई पूर्व सूचना या नोटिस नहीं दिया गया।
इरशाद ने यह भी आरोप लगाया कि इसी श्रेणी की अन्य बंजर जमीनों पर बने मकानों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे प्रशासन की चुनिंदा कार्रवाई और पक्षपातपूर्ण रवैये का संकेत मिलता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने उच्च अधिकारियों से कई बार अपील की, लेकिन उसे अनसुना कर राजनीतिक दबाव में यह कार्रवाई की गई।
जिला प्रशासन ने अपने पक्ष में बयान जारी करते हुए कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुसार और विधिक प्रक्रिया के तहत की गई है। प्रशासन ने पक्षपात के आरोपों से इंकार किया और कहा कि कानून सभी के लिए समान है।
इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखी जा रही हैं। कुछ लोग इसे कानून का पालन मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे राजनैतिक प्रतिशोध की संज्ञा दे रहे हैं। फिलहाल यह मामला बस्ती जनपद में राजनीतिक व सामाजिक चर्चाओं का केंद्र बना हुआ है।