
मेरठ। जीएसटी टीम ने 10 करोड़ की टैक्स चोरी के मामले में नोएडा में छापा मारकर एक कारोबारी और उसकी साथी चीनी महिला को गिरफ्तार किया है। कल बुधवार को दोनों आरोपियों को मेरठ के जीएसटी कोर्ट में पेश किया गया। जहां सुनवाई के बाद दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
जीएसटी डिपार्मेंट के वकील लक्ष्य कुमार ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर की एक कंपनी एलइडी टीवी स्क्रीन की मैन्युफैक्चरिंग करती है। नियमानुसार इस स्क्रीन पर 28 प्रतिशत का जीएसटी चार्ज किया जाता है। पिछले काफी समय से सूचना मिल रही थी कि कंपनी के संचालक 10 प्रतिशत जीएसटी कम करके 18 प्रतिशत जीएसटी से बिलिंग कर रहे हैं।
छानबीन के बाद इस कंपनी द्वारा लगभग 10 करोड़ के जीएसटी चोरी का मामला प्रकाश में आया। इसके बाद जीएसटी डिपार्मेंट की टीम ने मंगलवार को कंपनी पर छापा मारकर कंपनी के संचालक और वहां कैश कलेक्ट करने वाली चीनी महिला ली टैंग को गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को दोनों आरोपियों को मेरठ में जीएसटी डिपार्मेंट के स्पेशल सीजेएम की कोर्ट में पेश किया गया। जहां सुनवाई के बाद दोनों आरोपियों को फिलहाल जेल भेज दिया गया है।
सीजीएसटी इंस्पेक्टर आदित्य बाजपेई ने बताया कि ग्रेटर नोएडा बिजनेस पार्क में मैसेज टेंटेक एलइडी डिस्पले प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। कंपनी ने विभाग को 28% टैक्स के स्थान पर सिर्फ 18 टैक्स दिया। इसके अलावा कंपनी ने अपना वर्तमान पता भी छुपाया।
विभागीय अधिकारियों ने इस मामले में कंपनी की कैश हैंडलर और सिक्योरिटी पर्सनल एलिस ली को गिरफ्तार किया। इस कंपनी के दो डायरेक्टर चीनी हैं। पूरे मामले में डायरेक्टर विनय कुमार ने भी विभागीय अधिकारियों के सामने जीएसटी चोरी को स्वीकार किया। विनय कुमार को भी कोर्ट में पेश किया गया है। अप्रैल 2020 से मार्च 2025 के बीच 9 करोड़ की टैक्स चोरी सामने आई है।