
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से 18 और 19 जून को प्रवक्ता संवर्ग टीजीटी पीजीटी परीक्षा होनी प्रस्तावित थी। लेकिन चार दिन पहले ही आयोग ने इस परीक्षा को स्थगित कर दिया और अगस्त में कराने की बात कही गई। लेकिन डेट नहीं घोषित की गई थी।
इसी मांग को लेकर युवा मंच के बैनरतले अभ्यर्थियों ने शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाहर धरना प्रदर्शन किया। जमकर नारेबाजी की। आयोग के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। अभ्यर्थियों की मांग थी कि वह आयोग की अध्यक्ष से वार्ता करेंगे। लेकिन वह लखनऊ में थे। ऐसे में परीक्षा नियंत्रक देवेन्द्र प्रताप सिंह से वार्ता हुई।
उन्होंने बताया कि 30 व 31 जुलाई 2025 को टीजीटी की परीक्षा कराने को लेकर शासन से सहमति के लिए अध्यक्ष गयी हैं। शासन से अनुमति मिलते ही परीक्षा संबंधित तारीख अध्यक्ष के आते ही जारी कर दी जाएगी। वहीं पीजीटी की परीक्षा को लेकर अगस्त के अंतिम सप्ताह में हर हाल में परीक्षा कराने की बात कही गई।
उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक रहा तो टीजीटी-पीजीटी व असिस्टेंट प्रोफेसर का नया विज्ञापन नवंबर में जारी हो जाएगा। असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा का मूल्यांकन गठित कमेटी की निगरानी में शुरू होने जा रहा है जो भी संदिग्ध पाया जाएगा उसे बक्सा नहीं जाएगा।
प्रतियोगी छात्र प्रतिनिधिमंडल के शीतला प्रसाद ओझा ने जीआईसी एलटी, प्रवक्ता, खंड शिक्षा अधिकारी, राजकीय डिग्री कालेजों के रिक्त पदों पर तत्काल विज्ञापन जारी करने को लेकर कल यानी मंगलवार को उप्र लोक सेवा आयोग पर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया है। इस अवसर पर प्रभाकर सिंह परिहार, बी एम भरद्वाज, अमित पांडेय, अंबरीष शुक्ल, सत्य प्रकाश सिंह, रिश्ते कुमार सिंह, राम जी सिंह, के डी वर्मा, दीपक, अशोक, पवन, विनय, अंकित, हर्ष, महेश, ओम प्रकाश यादव सहित सैकड़ों अभ्यर्थी शामिल रहे।