
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर को स्वास्थ्य सेवाओं और स्वच्छ ऊर्जा से जुड़ी दो महत्वपूर्ण सौगातें दीं। उन्होंने अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त रीजेंसी हॉस्पिटल उद्घाटन किया और टोरेंट समूह के ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का लोकार्पण करने वाले हैं।


सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीबों और वंचितों की बेहतर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि बीते एक वर्ष में ‘मुख्यमंत्री राहत कोष’ से मरीजों के इलाज हेतु ₹1,100 करोड़ की सहायता प्रदान की गई है। साथ ही, 5.50 करोड़ लोगों को ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत ₹5 लाख तक की स्वास्थ्य बीमा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और इलाज संबंधी सेवाओं का तेजी से विकसित होता हब बन रहे गोरखपुर में अब प्राइवेट सेक्टर की एक और बड़ी यूनिट का जुड़ना स्वास्थ्य सुविधाओं को नई ऊँचाई देगा। रीजेंसी हॉस्पिटल की इस नई यूनिट के लोकार्पण के साथ ही मुख्यमंत्री ने हॉस्पिटल के डिजिटल हेल्थ प्लेटफॉर्म ‘रीजेंसी माई केयर’ एप का भी शुभारंभ किया।
सीएम योगी ने भरोसा जताया कि गोरखपुर स्थित रीजेंसी हॉस्पिटल पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर बिहार और नेपाल की करीब 5 करोड़ आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गोरखपुर में ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का उद्घाटन करने करने जा रहे हैं। यह प्लांट टोरेंट ग्रुप द्वारा खजनी रोड पर खानिमपुर गांव में लगाया गया। यहीं पर टोरेंट पीएनजी प्लांट भी स्थापित है।
गोरखपुर में वाहनों के लिए सीएनजी और घरों के लिए पाइप्ड नेचुरल गैस सप्लाई की पहल करने वाले टोरेंट समूह ने स्वच्छ ऊर्जा में योगदान देने वाले ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट की स्थापना की है।
ग्रीन हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन माना जा रहा है। इससे प्रदूषण में कमी तो आएगी ही, वाहन चलाने का खर्च भी कम होगा। खानिमपुर, गीडा सेक्टर 5 के साथ गीडा के कुछ फैक्ट्रियों में पीएनजी की सप्लाई होती है।
इस प्लांट में नेचुरल गैस से दो प्रतिशत ग्रीन हाइड्रोजन बनाया जाएगा। इस ग्रीन हाइड्रोजन का इस्तेमाल वाहनों और रसोई गैस ईंधन की गुणवत्ता बढ़ाने में किया जाएगा। यह ग्रीन हाइड्रोजन का प्रदेश का पहला प्रोजेक्ट है। माना जा रहा है कि इससे हर साल 5 सौ टन कार्बन उत्सर्जन को रोका जा सकेगा।