
•प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश आज ‘एक्सप्रेसवे प्रदेश’ बना है- मुख्यमंत्री
•एक्सप्रेसवे से गोरखपुर से लखनऊ (283 किमी) की यात्रा होगी सुगम एवं समय की होगी बचत- मुख्यमंत्री
•एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर इन्डस्ट्रीयल हब विकसित किया जायेगा- मुख्यमंत्री
•प्रदेश सरकार निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है- मुख्यमंत्री
•उत्तर प्रदेश के विकास की रफ्तार ही विकसित भारत का आधार बनेगा- मुख्यमंत्री
•कई जिलों से जोड़ने वाला गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश की औद्योगिक प्रगति, पर्यटन विकास एवं निवेश के नए मार्ग प्रशस्त करेगा- मुख्यमंत्री
•आज उत्तर प्रदेश अपने वर्ल्ड क्लास रोड इंफ्रास्ट्रक्चर एवं एक्सप्रेसवे की सर्वाधिक संख्या के साथ देश में प्रथम स्थान पर है- मुख्यमंत्री
•प्रदेश सरकार ने ओडीओपी के अन्तर्गत ब्लकै पाटरी एवं मुबारकपुर की साड़ी को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी- मुख्यमंत्री
•प्रदेश सरकार जाति और धर्म की राजनीति किये बिना विकास कर रही है- मुख्यमंत्री
आजमगढ़। मुख्यमंत्री, उ0प्र0 योगी आदित्यनाथ ने आज सलारपुर, फूलपुर आजमगढ़ में रु0 7283.28 करोड़ की लागत से 91.352 किमी लम्बे बने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (गोरखपुर-संतकबीर नगर-अम्बेडकर नगर-आजमगढ़) का बटन दबाकर लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण से पूर्व यूपीडी द्वारा लगाई गई सैंड आर्ट एवं फोटो गैलरी का अवलोकन किया। सैंड आर्ट गैलरी को विश्व स्तरीय कलाकारों द्वारा तैयार किया गया था। सैंड आर्ट गैलरी के माध्यम से जनपद की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक संस्कृति को उजागर किया गया था।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर जिस जगह से जुड़ा है, उस टी पॉइंट से मुख्यमंत्री ने फीता काटकर लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा यूपीडा की मेडिकल एम्बुलेंस को हरि झंडी दिखाकर रवाना किया गया। मुख्यमंत्री ने टी पॉइंट से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया है, वहां से मेन टोल प्लाजा 4.650 किमी भगवानपुर ग्राम में तथा 9.200 किमी ग्राम सरैया तिवारी, 12.500 किमी ग्राम हरनही, 27.600 किमी सीकरी, 36.500 किमी ग्राम बहादुरपुर उतरने वाले टोल प्लाजा हैं तथा आजमगढ़ की तरफ पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 53.800 किमी टंडवा जलाल, 62.200 किमी अतरौलिया तथा 82.00 किमी प्रास टोल प्लाजा है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर में सहजनवा के पास जैतपुर से शुरू होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के स्टोन नम्बर 191 पर जिले के सलारपुर में जुड़ा है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 172 राजस्व ग्रामों के 22029 कृषकों की 1149 हेक्टयेर भूमि अधिग्रहित की गई है। जिसके लिए कृषकों को 2030.29 करोड़ का भुगतान किया गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि 91.35 कि. मी. लम्बे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर से लखनऊ (283 किमी) का सफर सिर्फ 3 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अब देश के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे नेटवर्क के साथ विकास, विश्वास और वैभव की नई उड़ान भर रहा है। गोरखपुर को आजमगढ़ सहित कई जिलों से जोड़ने वाला गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश की औद्योगिक प्रगति, पर्यटन विकास एवं निवेश के नए मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास की रफ्तार रूकेगी नही, यही विकसित भारत का आधार बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश अपने वर्ल्ड क्लास रोड इंफ्रास्ट्रक्चर एवं एक्सप्रेसवे की सर्वाधिक संख्या के साथ देश में प्रथम स्थान पर है। बढ़ती सुविधाओं एवं सुरक्षा के वातावरण के फलस्वरूप, देश-दुनिया के निवेशकों के लिए उत्तर प्रदेश ड्रीम डेस्टिनेशन बना है। देश में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे नेटवर्क वाला राज्य है। उन्होने कहा कि वर्ष 2025 में 6 एक्सप्रेसवे संचालित हो चुके हैं और 06 निर्माणाधीन हैं एवं 09 एक्सप्रेसवे का निर्माण प्रस्तावित है।
उन्होने कहा कि हम देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर को इतना मजबूत कर देंगे कि उत्तर प्रदेश को विकसित होने से कोई रोक नही सकता है। उत्तर प्रदेश में 16 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं, जिसमें 04 अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर, काशी में विश्वनाथ धाम, चित्रकूट में चित्रकूट धाम एवं विन्ध्य धाम का विकसित होना उत्तर प्रदेश को एक नई पहचान दिला रहा है। हम सबको अपने इतिहास, विरासत एवं परम्परा को विस्मृत नही होने देना चाहिए। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश के नौजवानों को रोजगार, नागरिकों को सुरक्षा हमारी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होने कहा कि अभी जल्द ही हमारी सरकार ने 60244 पुलिस नौजवनों को निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत नौकरी उपलब्ध करायी है, जिसमें 12045 बेटियां शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश आज ‘एक्सप्रेस वे प्रदेश’ बना है। प्रदेश में एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही कनेक्टिविटी बढ़ी है, जिससे रोजगार बढ़ा है एवं विकास को नया आधार मिला है। इसी क्रम में प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, अमेठी और अयोध्या के अतिरिक्त आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जोड़ने के लिए ‘पूर्वांचल एक्सप्रेसवे’ का संचालन किया जा रहा है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के बन जाने से गोरखपुर, अम्बेडकर नगर, संत कबीर नगर एवं आजमगढ़ सहित अन्य जिले के लोग लाभान्वित होंगे।
एक्सप्रेसवे के निर्माण से गोरखपुर क्षेत्र पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के माध्यम से लखनऊ, आगरा, दिल्ली तक त्वरित एवं सुगत यातायात कॉरीडोर से जुड़ जायेगा। एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर जनपद गोरखपुर तथा जनपद अम्बेडकरनगर में इन्डस्ट्रीयल हब बनाने की तैयारी है, जिससे क्षेत्र में निवेश में वृ़िद्ध, रोजगार सृजन व स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही गोरखपुर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास होगा। एक्सप्रेसवे के प्रवेश नियंत्रित होने से वाहनों के ईंधन खपत होने में महत्वपूर्ण बचत, समय की बचत, एवं पर्यावरणीय प्रदूषण का नियंत्रण भी होगा।
उन्होने कहा कि एक्सप्रेसवे का निर्माण भविष्य में सेमी हाई स्पीड के ट्रेनों के संचालन के दृष्टिगत पूर्व में जो जमीन अधीग्रहित की गयी है, उससे बढ़ाने के लिए निवर्तमान सीईओ को निर्देशित किया गया था। इसलिए पुरानी टेण्डर को निरस्त कर नया टेण्डर किया गया। उन्होने कहा कि 110 मीटर चौड़ा जो एक्सप्रेसवे 2016 में 15200 करोड़ में बनाया जा था, उस टेण्डर को कैंसल करते हुए जमीन अधीग्रहण किया गया एवं हमारी सरकार ने 120 मीटर चौड़ा एक्सप्रेसवे मात्र 11800 करोड़ में बनाकर जनता को समर्पित किया। इससे हमारी सरकार ने 3-4 हजार करोड़ रू0 तक का बचत किया। उन्होने कहा कि इसके साथ ही आजमगढ़ को हमारी सरकार ने एयर कनेक्टिविटी से भी जोड़ने का कार्य किया है। वर्तमान सरकार ने इन सभी प्रकार की सुविधाओं से आजमगढ़ की जनता को लाभान्वित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसीलिए गोरखपुर लिंग एक्सप्रेसवे के लोकार्पण कार्यक्रम में मै स्वयं आया हुं। उन्होने कहा कि अपनी पहचान को कभी समाप्त नही करना चाहिए तथा हमारी सरकार ने जाति और धर्म की राजनीति किये बिना ही विकास किया है। उन्होने कहा कि आज आप शान से वन्देमातरम एवं राष्ट्रभक्ति के गीत गा सकते हैं। उन्होने कहा कि आन बान शासन का प्रतीक आपरेशन सिन्दूर के समर्थन में तिरंगा यात्रा भी आपने निकाली तथा लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर को सम्मान दिलाया।
उन्होने कहा कि विकास की इस प्रक्रिया से जुड़ने के लिए जाति और सम्प्रदाय से ऊपर उठना पड़ेगा। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने जो हमे विकसित भारत का संकल्प दिया है, उसके लिए हमें प्राण प्रण से जुटना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की सुरक्षा में जो सेंध लगायेगा, उसको किसी भी दशा में छोड़ा नही जायेगा। उन्होने कहा कि यह नया भारत है, देश की सुरक्षा के साथ किसी को खिलवाड़ नही करने दिया जायेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने आपरेशन सिंदूर के माध्यम से दुश्मनों को स्पष्ट संदेश दे दिया। उन्होने कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले एवं प्रेरित करने वाले को सर्जिकल स्ट्राइस, एयर स्ट्राइक और आपरेशन सिंदूर के द्वारा उसके घर में घुसकर मारा जायेगा। उन्होने कहा कि भारत के बहादुर जवान दुश्मन को उनके घर से निकालकर उनका काम तमाम करेंगे। नये भारत के नये उत्तर प्रदेश के लोगों को विकास के साथ-साथ विरासत के कार्यक्रमों के साथ गौरव की अनुभूति करायी जायेगी।
उन्होने कहा कि सम्मान के साथ आने वाली पीढ़ी को जब आप इस विरासत को सौंपेंगे, तब आप भी यह कह सकते हैं, कि यह वह गौरवशाली पीढ़ी है, जिन्होने राम जन्मभूमि पर 500 वर्षाें के बाद राम लला को विराजमान होते देखा है। उन्होने कहा कि आज की वर्तमान पीढ़ी यह कहेगी कि हमने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर एक्सप्रेसवे के उद्घाटन का साक्षी बने थे। यह पीढ़ी कहेगी कि 1000 वर्षाें के बाद आजमगढ़ में महाराजा सुहेलदेव के नाम पर बनने वाले विश्वविद्यालय के निर्माण के साक्षी बने।
उन्होने कहा कि आजमगढ़ वर्तमान समय में 02 एक्सप्रेसवे के साथ जुड़ चुका है। आजमगढ़ की कनेक्टिविटी गोरखपुर, प्रयागराज, बनारस के साथ जुड़ चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे परियोजना, जो जनपद-गोरखपुर में एन.एच.-27 जैतपुर (किमी० 0$817) से निकलकर जनपद अम्बेडकरनगर के फुलवरिया से होते हुए जनपद आजमगढ़ के सलारपुर तक जाता है, जो पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के चेनेज 191-200 पर मिलता है। यह एक्सप्रेसवे पूर्णतः प्रवेश नियंत्रित 04 लेन एक्सप्रेसवे है तथा 06 लेन विस्तारणीय है। एक्सप्रेसवे की कुल लम्बाई 91.352 किमी० है। प्रारम्भ में परियोजना की कुल स्वीकृत लागत रू0 5676.68 करोड़ थी। जनमानस की सुविधाओं एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई मांगों के दृष्टिगत कराये गये विभिन्न अतिरिक्त कार्यों के कारण परियोजना की लागत में वृद्धि हुई, जिसकी स्वीकृति के उपरान्त परियोजना की पुनरीक्षित लागत रू0 7283.28 करोड़ है।
गोरखपुर एक्सप्रेस वे पर 09 टोल/रैंप प्लाजा, 09 चढने-उतरने हेतु रैंप, 02 जनसुविधा परिसर, 2 (चैनेज 49$000 पर, एक्सप्रेस वे पर दोनों ओर एक एक) टॉयलेट ब्लॉक एवं 07 फ्लाई ओवर, 08 दीर्घ सेतु, 14 लघु सेतु, 124 अंडर पास एवं 01 ओवर पास स्थित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री द्वारा 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से भारत आत्मनिर्भर बन रहा है।

उन्होने कहा कि वर्ष 2017 से पहले प्रदेश के नागरिकों को पहचान का संकट था, प्रदेश पिछड़े राज्यों में गिना जाता था, वर्तमान में प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। उन्होने कहा कि आजमगढ़ जनपद की छवि अच्छी नही थी, वर्ष 2017 के बाद हमारी सरकार ने आजमगढ़ की निजामाबाद की ब्लैक पाटरी एवं मुबारकपुर की साड़ी को एक जनपद एक उत्पाद के अन्तर्गत राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी है। उन्होने कहा कि जाति, धर्म एवं सम्प्रदाय के लोगों को बिना भेदभाव हमने हर वर्ग के लोगों को लाभ दिया है।
उन्होने उपस्थित जन समुदाय से कहा कि जब आपने आजमगढ़ से निरहुआ को सांसद के रूप चुना, तब हमने हरिहरपुर ग्राम में संगीत महाविद्यालय की स्वीकृत दे दी। उन्होने कहा कि हरिहरपुर में एक संगीत का घराना था, जो पहचान के लिए मोहताज हो रहा था, गायन, वादन, नृत्य सभी विधाएं यहां एक साथ पैदा होती थी, उन्हें कभी प्रोत्साहित नही किया गया।
उन्होने कहा कि प्रदेश के जनता की सुरक्षा की गारंटी सरकार उठा रही है, हमें विकास व राष्ट्रवाद के मुद्दों पर हमेशा आगे बढ़ते रहना होगा। आजमगढ़ में संगीत महाविद्यालय, महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, एयरपोर्ट के बन जाने से आजमगढ़ को एक नई पहचान मिली है। उन्होने कहा कि राजकीय मेडिकल कालेज आजमगढ़ में नर्सिंग कालेज भी संचालित हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ, अयोध्या में राम मंदिर व काशी में विश्वनाथ धाम का निर्माण किया गया। काशी, विंध्याचल और अयोध्या के विकास के बाद अब मथुरा, वृंदावन की बारी है। प्रदेश में विकास का अद्भुत समन्वय स्थापित किया जा रहा है, यूपी की आधारभूत संरचना इतना मजबूत कर देंगे की कोई भी प्रदेश का विकास होने से नहीं रोक सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ से गोरखपुर तक यह लिंक एक्सप्रेस वे प्रदेश के विकास को मुख्य धारा से जोड़ रहा है, यह कनेक्टिविटी पटना से दिल्ली तक की यात्रा को आसान बनाएगी।
उन्होंने कहा कि 2017 में केवल दो एक्सप्रेसवे यमुना और आगरा लखनऊ थे, जिसमें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे अधूरा ही था, जिसे डबल इंजन की सरकार ने पूरा किया, लेकिन अब 340 किलोमीटर का पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, 300 किलोमीटर का बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और 91 किलोमीटर का गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे चालू हो चुके हैं। इसके अलावा गंगा एक्सप्रेसवे 600 किलोमीटर लखनऊ, कानपुर, बलिया लिंक सहित 06 एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने गोरखपुर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ने वाले गोरखपुर, आजमगढ़ संतकबीर नगर, अम्बेडकर नगर की जनता को धन्यवाद भी दिया।
इस अवसर पर मंत्री, जल शक्ति एवं बाढ़, नियंत्रण उ0प्र0 स्वतंत्र देव सिंह, खेल एवं युवा कल्याण, उत्तर प्रदेश, गिरीश चंद्र यादव, राज्य मंत्री संसदीय कार्य एवं औद्योगिक विकास, उत्तर प्रदेश, जसवंत सिंह सैनी, विधायक कटेहरी धर्मराज निषाद, विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक, रामसूरत राजभर, विक्रांत सिंह ‘रिशु’, मुख्य सचिव उ0प्र0/मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यूपिडा मनोज कुमार सिंह, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी, पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव, श्रीमती नीलम सोनकर, भाजपा जिला अध्यक्ष ध्रुव सिंह, पूर्व मंत्री डॉक्टर कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, मंडलायुक्त विवेक, डीआईजी सुनील कुमार सिंह, जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना, मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना, अपर जिलाधिकारी प्रशासन राहुल विश्वकर्मा, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 गंभीर सिंह सहित जनपद के समस्त अधिकारीगण, जन प्रतिनिधिगण एवं भारी संख्या में आम जनमानस उपस्थित रहे।