 
        बस्ती। सदर विकास खंड के चिलवनिया ग्रामसभा के रामनगर गांव में चल रही सात दिवसीय श्रीराम कथा के चौथे दिन गुरुवार को श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे।
अयोध्या धाम से पधारे कथावाचक अनुराग त्रिपाठी जी महाराज ने भगवान श्रीराम और माता सीता के स्वयंवर प्रसंग का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि राजा जनक द्वारा आयोजित सीता स्वयंवर एक दिव्य प्रतियोगिता थी, जिसमें जो शिव धनुष को उठाकर तोड़ देगा, वही राजकुमारी सीता का वर चुना जाएगा।
इस प्रतियोगिता में कई पराक्रमी राजाओं सहित लंकेश रावण ने भी भाग लिया, किंतु कोई भी शिव धनुष को हिला तक नहीं सका। अंततः भगवान श्रीराम ने सहजता से धनुष को उठाया और तोड़ दिया, जिससे माता सीता का श्रीराम के साथ विवाह संपन्न हुआ।
कथा के दौरान उपस्थित श्रद्धालु भावनाओं से अभिभूत होकर “जय श्रीराम” के उद्घोष में डूब गए।
इस अवसर पर लड्डन राना, कल्लू, अखिलेश, पप्पू, शिवदास, गल्लू, बुधराम, अमित यादव, कुंदन, विक्की, रवि, सनी, चुन्नू, युवराज, अनमोल श्रीवास्तव, अंबुज श्रीवास्तव, विधाता श्रीवास्तव, विवेक प्रजापति, शिवराम, अन्नू श्रीवास्तव, शिवकुमार प्रजापति, अनय श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और श्रद्धालु उपस्थित रहे।

 
         
         
        